बिना कानूनी बाध्यता के दुनिया नहीं हासिल कर पाएगी जलवायु लक्ष्य
प्रतिष्ठित जर्नल साइंस में प्रकाशित, इंपीरियल कॉलेज लंदन के नेतृत्व में हुए एक नए अध्ययन से पता चलता है कि जब तक कानूनी रूप से और अधिक बाध्यकारी और सुनियोजित नेट ज़ीरो नीतियाँ नहीं होंगी, दुनिया के तमाम देश अपने प्रमुख जलवायु लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाएंगे। शोधकर्ताओं ने पाया कि वैश्विक स्तर पर […]
ग्लोबल वार्मिंग बना रही है चक्रवात ‘बिपरजॉय’ को घातक
इस साल के ‘अरब सागर में आए’ पहले चक्रवात ‘बिपरजॉय’ ने फिलहाल काफी गंभीर सूरत धारण कर ली है। लेकिन इसी बीच राहत की बात ये है कि मानसून कुछ दिनों की देरी से कल केरल पहुंच गया। मगर हां, चक्रवात की वजह से मॉनसून की गति पर प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही, इसके […]
जगदीशचंद्र बसु : पौधे होते हैं संवेदनशील और वे दर्द महसूस कर सकते हैं
‘पेड़ पौधों में भी जीवन होता है और उनमें भी अनुभूतियाँ होती है’ इस बात को वैज्ञानिक आधार पर सिद्ध कर दुनियां को चौकाने वाले वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु का आज जन्म दिवस है। इनका जन्म 30 नवंबर 1858 को मेमनसिंह गाँव, बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश) में हुआ था। बसु जी प्रसिद्ध भौतिकवादी तथा पादपक्रिया वैज्ञानिक […]
एनेर्जी ट्रांज़िशन : महिलाओं की अहम भूमिका पर विचार
सोलर एनेर्जी के क्षेत्र में महिलाओं के लिए कमाई के अवसरों को बनाने की एक पहल को शुरू करते हुए केंद्रीय वित्त एवं कारपोरेट मामलों की मंत्री, निर्मला सीतारमण ने कहा “अब देश का ध्यान महिला विकास से हटकर महिलाओं की अगुवाई में विकास पर केंद्रित हो गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के […]
ऊर्जा संस्था की चुनाव से पहले सांस लेने योग्य हवा की मांग
दिल्ली की 2500 से अधिक निवासी कल्याण संघों (RWA) का प्रतिनिधित्व करने वाली यूनाइटेड रेजिडेंट्स ज्वाइंट एक्शन (URJA) नाम की संस्था ने अगले महीने होने वाले नगरपालिका पार्षद चुनावों से पहले अपना एक मांग पत्र जारी किया है। इसमें एक रहने योग्य, सांस लेने योग्य, और आवागमन योग्य शहर की मांग की गयी है। यह […]
कार्बन एमिशन को कम करने के लिए फौरन उठाने होंगे कदम: अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी
जलवायु परिवर्तन से गंभीर प्रभावों से बचने के लिए दुनिया को कोयले के जलने से होने वाले कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने के लिए तेजी से आगे आना चाहिए। ऐसा कुछ करने के लिए ज़रूरी है कि कोयले के स्वच्छ ऊर्जा विकल्पों के लिए बड़े पैमाने पर वित्तपोषण को तेजी से बढ़ाया जाए और […]
कार्बन एमिशन: इन देशों की अगर बड़ी भागीदारी…
इस बात में दो राय नहीं कि वैश्विक ग्रीनहाउस गैस एमिशन में वृद्धि हुई है, लेकिन पिछले दशक के औसत के मुक़ाबले यह बहुत कम मात्रा में हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का तो मानना है कि रिन्यूबल बिजली उत्पादन और इलेक्ट्रिक वाहनों के तेजी से बढ़ते चलन ने एमिशन की इस वृद्धि के पैमाने […]
इस साल रिकॉर्ड ऊंचाई पर रहा CO2 एमिशन
साल 2022 ख़त्म होने को आ गया मगर अब भी वैश्विक स्तर पर कार्बन एमिशन रिकॉर्ड लेवेल पर है। इस बात की जानकारी मिलती है ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट साइंस टीम से, जिसका कहना है कि वर्ष 2022 में वैश्विक स्तर पर कार्बन का एमिशन रिकॉर्ड ऊंचाई पर बना रहा। इसमें गिरावट के कोई निशान नहीं हैं जबकि वैश्विक तापमान में […]
इन सात एशियाई देशों ने की सौर ऊर्जा उत्पादन से लाखों डॉलर की बचत
वर्ष 2022 की पहली छमाही में ही जीवाश्म ईंधन की लागत से 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर का खर्च बचाया गया एंबर, सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (सीआरईए) और इंस्टीट्यूट फॉर एनर्जी इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (आईईईएफए) द्वारा आज प्रकाशित एक रिपोर्ट में पाया गया है कि सौर ऊर्जा उत्पादन ने सात एशियाई […]
छावला गैंगरेप : ये नहीं तो फिर दोषी कौन?
सुप्रीम कोर्ट ने छावला गैंगरेप के दोषियों को बरी कर दिया है। जब कि पहले लोअर कोर्ट ने घटना को जघन्य अपराध मानते हुए दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने भी बरकरार रखा था। हाईकोर्ट ने दोषियों के लिए बेहद तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था- ये वो हिंसक जानवर […]