May 18, 2024

टैब वितरण में गड़बड़झाला :  लाखों रुपए खर्च करने के बाद शिक्षा विभाग ने टैब वितरण पर लगाई रोक

Chandigarh/Alive News : टेबलेट वितरण के दौरान गड़बडी सामने आने पर शिक्षा विभाग ने टैब वितरण पर रोक लगा दिया है। इन जिलों में टैब वितरण को रोकने के आदेश जारी हुए है। जिसमें अंबाला चरखी दादरी हिसार से कुरुक्षेत्र मवाद और परवल शामिल है।

बता दें, कि अब टैबलेट उठाने के बाद स्कूल मुखियाओं को इसकी एंट्री स्टाफ  रजिस्टर के साथ-साथ अवसर इन्वेंटरी पोर्टल पर भी करनी होगी। जब तक एंट्री इस पोर्टल पर नहीं हो जाती है तब तक विद्यार्थियों व शिक्षक दोनों में से किसी को भी टैबलेट वितरित नहीं कर सकेंगे।

गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को टैब देने के लिए कई जिलों में टेबलेट भेज दिए है। लेकिन इन सबके बीच यदि इन टैबो को नुकसान हो जाता है तो भरपाई किसकी जिम्मेदारी होगी। इसकी जानकारी अभी किसी अधिकारी ने नहीं दी है। स्वयं को सुरक्षित करने के लिए कुछ स्कूल मुखिया विद्यार्थियों से दायित्व पत्र भरा रहे हैं। जिसमें टैब की टूट फूट या चोरी होने की जिम्मेदारी अभिभावकों व विद्यार्थियों के जिम्मे जड़ी जा रही है।

कई जिलों में टैब विद्यार्थियों को वितरित कर दिए गए हैं। मगर विद्यार्थियों के सामने सबसे बड़ी समस्या है कि उन्हें अभी तक सिम नहीं मिली है। सिम के लिए बताया जा रहा है कि आगामी समय में शिविर लगाए जाएंगे। मगर तब तक विद्यार्थियों के लिए टैब किसी काम के नहीं है। क्योंकि वह इस टैब में शिक्षा से जुड़ा कार्य ही कर सकेंगे।

टैबलेट वितरण में शिक्षा विभाग ने लाखों रुपये खर्च किया है। इसमें शिक्षा विभाग के मुख्यालय की तरफ से ही सभी जिलों में एलईडी स्क्रीन आदि की व्यवस्था की गई। हर जिला को जिला स्तरीय कार्यक्रम के लिए 1 लाख 60 हजार रुपये दिए गए हैं। वहीं हर खंड को 60 हजार रुपये लाइट, साउंड, स्टेज, कुर्सी, रंगोली, सजावट, पीने का पानी, जलपाल, मुख्य अतिथि को मोमेंटो आदि देने के लिए खर्च किए गए। इस हिसाब से प्रदेश के 22 जिलों में कुल 91 लाख 80 हजार रुपये खर्च किए गए।