May 6, 2024

विश्व प्राथमिक उपचार दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित

Faridabad/Alive News : राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद में विश्व प्राथमिक उपचार दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि वर्ल्ड फर्स्ट एड डे जो कि ग्लोबल कार्यक्रम है सितंबर माह के दूसरे शनिवार को आयोजित किया जाता है जिसे वर्ष 2000 से प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी फर्स्ट ऐड डे की थीम निर्धारित की गई है।

प्राचार्य ने बताया कि फर्स्‍ट एड अर्थात पहली सहायता का तात्पर्य किसी घायल व्‍यक्ति को मेडिकल हेल्‍प मिलने से पहले दी जाने वाली सहायता। बहुत से व्यक्ति प्राथमिक उपचार नहीं मिलने पर जीवन से हाथ धो बैठते हैं। ऐसा सामान्यतः उस अवस्था में होता है जब शरीर से अत्यधिक खून बहने लगता है। इस स्थिति में खून को बहने से रोकना, घाव होने पर उस पर मरहम, पट्टी करना आदि से घायल अथवा रोगी का जीवन बचाया जा सकता है। हर वर्ष एक थीम तय की जाती है। वर्ष 2021 की थीम है प्राथमिक उपचार और सड़क सुरक्षा।

क्‍योंकि सड़क दुर्घटना में सबसे अधिक मौत होती है और कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों में गिरावट हुई है। इस वर्ष का थीम सड़क के आस-पास के सुरक्षा मुद्दों को स्वीकार करते हुए दिया गया है – प्राथमिक चिकित्सा और सड़क सुरक्षा। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा और प्राध्यापिका मनीषा ने छात्राओं को बेहोशी की अवस्था में क्या प्राथमिक उपचार दिया जाना चाहिए, बताया। प्राचार्य ने उन्हें रिकवरी पोजिशन के बारे में भी बताया।

प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी दुर्घटनाओं और गंभीर चोट में रोकथाम पर नागरिकों को शिक्षित करता है और आपात स्थिति को हल करने के लिए कौशल देता है। दुनिया में होने वाली मौतों में सड़क दुर्घटना नौवां प्रमुख कारण है। हर वर्ष तेरह लाख से अधिक व्यक्ति सड़क दुर्घटनाओं में प्राथमिक उपचार के अभाव में मारे जाते हैं। इनमें अधिकतर मौतें ऑक्सीजन न मिल पाने के कारण से होती हैं। घर और गाड़ी में अपने साथ हमेशा प्राथमिक उपचार किट रखें। डूबने, जलने, हृदयघात, सड़क दुर्घटना और आत्मघात में प्राथमिक उपचार से जान बचाई जा सकती है। प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण लेने के बाद ही दिया जा सकता है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा और प्राध्यापिका मनीषा ने प्राथमिक चिकित्सा पर स्लोगन लिखने और पोस्टर बना कर फर्स्ट ऐड़ की महत्ता को दर्शाने वाली छात्राओं कोमल, सिया, खुशी, तबिंंदा और अमृता को सम्मानित किया और प्राथमिक उपचार की सभी विधियों का प्रशिक्षण लेने के लिए प्रेरित किया।