May 7, 2024

नंगला रोड की गलियों में बह रहा सीवर का पानी, लोग परेशान

Faridabad/Alive News : फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी का दर्जा बेशक मिल गया हो, परंतु यहां के रहने वाले अभी भी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हो रहे है। खासकर एनआईटी विधानसभा क्षेत्र की ओर नजर दौड़ाई जाए तो दूषित पेयजल सप्लाई, ओवरफ्लो सीवरेज और गलियों में भरा पानी इस क्षेत्र की मानो पहचान बन गए है। वार्ड नंबर-6 के अंतर्गत आने वाले नंगला रोड की गली नंबर-3 के लोग गली की बदत्तर हालत के लिए सुबह शाम न केवल सरकार को कोसते है बल्कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी बद-दुआएं देते से गुरेज नहीं करते।

गली के हालात इतने बदत्तर है कि यहां सीवरेज का कई-कई फुट पानी जमा रहता है, जिससे यहां आवागमन में तो लोगों को परेशानियां पेश आती ही है, साथ ही साथ यहां बीमारियां फैलने का भी अंदेशा बना हुआ है। स्थानीय निवासियों की माने तो पिछले एक वर्ष से यह स्थिति बनी हुई है, कुछ माह पूर्व यहां स्थानीय पार्षद द्वारा मलबा डलवा दिया गया था परंतु उससे भी कोई फायदा नहीं हुआ। लोगों का कहना है कि अगर यह स्मार्ट सिटी है तो उन्हें स्मार्ट सिटी नहीं चाहिए, इससे बेहतर तो वह पहले ही ठीक थे।

– क्या कहते है स्थानीय निवासी
नंगला रोड की गली नंबर-3 के निवासी रमेश गोयल का कहना है कि गली में चौबीस घण्टे गंदा पानी भरा रहने से उन्हें आने जाने में दिक्कतें पेश आती है। वहीं बरसात के दौरान तो यह पानी लोगों के घरों तक पहुंच जाता है। उनका कहना है कि गंदे पानी का जमा रहने से स्कूली बच्चों को दिक्कतें पेश आती है वहीं कई बार तो वाहन चालक इसमें गिर भी जाते है। उनका कहना है कि शिकायतें करने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।

वहीं मोहन गोयल व कृष्णवीर गोयल का कहना है कि उन्हें तो इस गली में अब मजबूरीवश रहना पड़ रहा है, लेकिन उन्हें उम्मीद थी कि स्थानीय पार्षद सुरेंद्र अग्रवाल उनकी इस समस्या का समाधान करवाएंगे परंतु अभी तक इस पर कोई काम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन वैसे तो उनसे पानी के बिल, डेवलपमैंट चार्ज व हाऊस टैक्स वसूलता है परंतु सुविधाएं देने के नाम पर उन्हें कुछ मुहैया नहीं करवाया जाता।

– क्या कहते है स्थानीय पार्षद
वार्ड नंबर-6 के भाजपा पार्षद सुरेंद्र अग्रवाल का कहना है कि यह गली सडक़ से कई फुट नीचे है, जिसके चलते यहां नालियों व सीवरेज का पानी जमा रहता है। पीछे यहां पर मलबा डलवा दिया गया था, जिससे लोगों को राहत मिली थी। गली के पुर्ननिर्माण के लिए एस्टीमेट बना दिया गया है, जिसे मंजूरी के लिए भेजा हुआ है, जल्द ही मंजूरी मिलने पर इसका निर्माण करवाया दिया जाएगा।