May 14, 2024

स्वयं सहायता समूह संभालेंगे गांवों में पर्यावरण संरक्षण की कमान : सतबीर सिंह मान

Faridabad/Alive News : अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर सिंह मान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों की एक बड़ी भूमिका है। यह गांवो में लोगों को स्वरोजगार के साथ आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणास्रोत बनते हैं। ऐसे में अब स्वयं सहायता समूहों को पर्यावरण संरक्षण व जल संरक्षण की जिम्मेदारी भी निभानी होगी। अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर सिंह मान लघु सचिवालय में जल शक्ति अभियान के तहत जिला के सभी गांवों के स्वयं सहायता समूहों की मीटिंग को संबोधित कर रहे थे।

अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जल शक्ति अभियान को शुरू करने का उद्देश्य है कि हमें अपनी भावी पीढ़ियों के लिए जल की इस प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करना है। उन्होंने कहा कि अगर जल नहीं तो कल नहीं के नियम पर चलते हुए हमें वर्षा के जल की एक-एक बूंद को संरक्षित करना होगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें अधिक से अधिक पौधरोपण भी करना होगा।

मी‌टिंग में जिला के सभी महिला स्वयं सहायता समूहों ने यह निर्णय लिया कि वह जल शक्ति अभियान के आह्वान पर पर्यावरण व जल संरक्षण का संकल्प लेकर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह गांवों में लोगों को किचन गार्डन के लिए प्रेरित करेंगी और अपने घरों के आस-पास खाली पड़े स्थानों पर फलदार अथवा पर्यावरण संरक्षण उपयोगी पौधों का रोपण करेंगी। इस दौरान राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी शिवम तिवारी ने बताया कि जल शक्ति अभियान के तहत जिला के सभी गांवों के महिला स्वयं सहायता समूहों को जोड़ा गया है।

उन्होंने कहा कि इस दौरान महिलाओं से आह्वान किया गया है कि वह पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आएं। क्योंकि ‌कोविड-19 आपदा के दौरान हमने यह देख लिया है कि पौधों और आक्सीजन का जीवन में कितना महत्व है। उन्होंने बताया कि जल शक्ति अभियान के तहत ही तीन अगस्त को जिला के सभी ब्लाक में एक पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक ब्लाक में 800-800 पौधे रोपित किए जाएंगे। इस पूरे कार्यक्रम की कमान महिला स्वयं सहायता समूह ही संभालेंगी। वह पौधरोपण के साथ-साथ उनके संरक्षण की जिम्मेदारी भी लेंगी।