November 25, 2024

बढ़ती महंगाई ने बिगाड़ा घर का बजट, पेट्रोल-डीजल और गैस को लेकर जुबानी जंग शुरू

Poonam Chauhan/Alive News
Faridabad :
पेट्रोल-डीजल, गैस और खाने के तेल के साथ-साथ जरूरी सामान की कीमत भी आसमान छूने लगी हैं। आम आदमी के लिए घर का बजट संभालना मुश्किल हो रहा है। आम आदमी को यह समझ नहीं आ रहा है कि वह अपने मंथली इनकम में घर कैसे चलाएं। गरीब की थाली से भोजन गायब होता जा रहा है। कोरोनाकाल में जहां लोगों ने अपनी नौकरियां गवाई तो दूसरी ओर अब पेट्रोल-डीजल, गैस और खाने के तेल के साथ-साथ जरूरी सामान की कीमत में बढ़ोतरी आम आदमी के लिये असहनीय है। कोरोनाकाल में नौकरी और रोजगार छूटने से लोगों की इनकम में कटौती जरूर हुई है, ऐसे में लोगों के लिए घर का खर्च चलाना बड़ा मुश्किल हो रहा था वहीं, बढ़ती महंगाई ने अब ऊपर से लोगों की कमर तोड़कर रख दी है।

महंगाई के सरकारी के आंकड़े पर नजर डाले तो आपको ‘अच्छे दिन’ ही नजर आएंगे। ऐसा इसलिए की खुदरा महंगाई बीते 7 साल में 6 से 7 फीसदी के आसपास ही घूम रही है। यानी, महंगाई कंट्रोल में है और इसमें बड़ा इजाफा नहीं हुआ है जैसा साल 2009 से लेकर 2013 के बीच देखने को मिला था, जब खुदरा महंगाई की दर 10 से लेकर 12 फीसदी के पार चली गई थी। लेकिन, क्या हालात वैसे ही अच्छे हैं जैसा सरकारी आंकड़ों में दिखाया जा रहा है। आइए, टटोलते हैं सरकारी आंकड़ों और वास्तविक महंगाई के इस मायावी खेल की हकीकत।

सालाना औसत खुदरा मुद्रास्फीति और साल खुदरा महंगाई की दर
2022 5.44%
2021 4.89%
2020 5.58 %
2019 7.66 %
2018 4.85 %
2017 2.49 %
2016 4.97 %
2015 5.88 %
2014 6.37 %
2013 10.92 %
2012 9.30 %
2011 8.87 %
2010 12.11 %
2009 10.83 %

जरूरी सामान की कीमतों में बढ़ोतरी
आवश्यक वस्तुएं 01अप्रैल 2014 से 01अप्रैल, 2022 तक

चावल = 27 – 32
गेहूं का आटा = 18 – 22
चना दाल = 49 – 72
अरहर दाल = 74 – 105
उड़द दाल = 70 – 113
मूंग दाल = 94 – 102
मसूर दाल = 66 – 93
चीनी = 36 – 41
दूध = 36 – 50
मूंगफली तेल (पैक) = 158 – 207
सरसों का तेल (पैक) = 102 – 201
वनस्पति (पैक) = 86 – 187
सोया तेल (पैक) = 96 – 181
सूरजमुखी तेल (पैक) = 106 – 198
पाम तेल (पैक) = 128
आलू = 20- 15
प्याज = 21- 22
टमाटर = 20-20
(उपभोक्ता मामले का विभाग)

सालाना आधार पर पेट्रोल-डीजल की कीमत में प्रति लीटर बढ़ोतरी
साल पेट्रोल डीजल
अप्रैल-13 Rs 66.09 Rs 48.63
अप्रैल-14 Rs 72.26 Rs 55.48
अप्रैल-15 Rs 60.49 Rs 49.71
अप्रैल-16 Rs 59.68 Rs 48.33
जुलाई-17 Rs 63.09 Rs 53.33
जुलाई-18 Rs 75.55 Rs 67.38
जुलाई-19 Rs 72.96 Rs 66.69
जून-20 Rs 79.76 Rs 79.88
जुलाई-21 Rs 99.86 Rs 89.36
अप्रैल-22 Rs 103.81 Rs 95.07

रसोई गैस सिलेंडर ने भी बढ़ाया बोझ
जरूरी सामान की आसमान छूती कीमतों के बीच रसोई गैस सिलेंडर के बढ़े दाम ने भी आम आदमी की मुश्किलें बढ़ा दी है। दरअसल, जून 2020 में जहां दिल्ली में 14.2 केजी वाले सिलेंडर के दाम 593 रुपये थे वो अब बढ़कर 949.50 रुपये पहुंच गया है।

क्या कहना है गृहणी का
घरेलू सिलेंडर के दाम आम आदमी की पहुंच के अनुरूप होने चाहिए इससे रसोई ही नहीं पूरे परिवार का बजट बिगड़ जाता है। एक तो बच्चों की शिक्षा इतनी महंगी हो गई है ऊपर से खाने-पीने की चीजों के रेट लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में आम आदमी अपना घर कैसे चलाएं। सरकार को महंगाई को लेकर सोचना चाहिए।

  • कुसुम, गृहणी।

सब्जी, दाल, तेल यहां तक कि ऑटो का किराया भी बढ़ चुका है ऐसे में आम आदमी अपना घर कैसे चलाएं। जनता ने बीजेपी को चुना था ना कि महंगाई को। सरकार को सोचना होगा कि महंगाई पर नियंत्रण किया जाए नहीं तो आने वाले समय में बीजेपी दोबारा सत्ता में नहीं आएगी।

  • निशा, गृहणी।

महंगाई पर क्या बोले कांग्रेस विधायक
लोकतंत्र में जब सरकार काम ना करें तो चुनाव ही एक जरिया होता है, उन्हें सबक सिखाने का। शायद जनता को महंगाई ही पसंद आ रही है इसीलिए जनता भाजपा का साथ दे रही है। जनता सत्ताधारी नेताओं से बात करें कि उनके साथ ऐसी धोखाधड़ी क्यों? महंगाई के कारण आम आदमी एक टाइम दाल और एक टाइम सब्जी बना रहा है। 7 तारीख को महंगाई को लेकर चंडीगढ़ में देशव्यापी प्रदर्शन होगा। जनता इतनी महंगाई के बाद भी हमारा साथ नहीं दे रही है, क्योंकि जनता ने महंगाई को अपनी नियति मान लिया है।

  • नीरज शर्मा, कांग्रेस विधायक।