Palwal/Alive News : कोरोना संक्रमण के इस दौर का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति को जितना शारीरिक तौर पर पड़ रहा है उतना ही दुष्प्रभाव व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर भी देखा जा रहा हैं । सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने में व्यक्ति की सोच और मानसिक स्थिति का महत्वपूर्ण योगदान होता है। स्वास्थ्य विभाग पलवल द्वारा बार-बार यह आग्रह किया जा रहा है कि कोरोना वायरस से हमें डरना नहीं है बल्कि इससे बचाव को लेकर आवश्यक सावधानियां बरतनी हैं। यदि फिर भी संक्रमित हो गए तो मानसिक स्थिति मजबूत रखते हुए चिकित्सकों के परामर्श से दवा इत्यादि लेकर कोरोना को मात देनी है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों में भय की स्थिति उत्पन्न ना हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह एक नई पहल की शुरुआत की गई है। इस अनुठी पहल के तहत मेंटल हेल्थ एक्सवटर्स कोरोना संक्रमित मरीजों की काउंसलिंग की जाती है ताकि वे घबराएं नहीं और उनका मानसिक संतुलन बना रहें, और वे जल्द स्वस्थ हो जाएं । इस सुविधा का लाभ लेने के लिए कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू किए गए हेल्पलाइन नंबर 7206582021 पर संपर्क कर सकते हैं।
सिविल सर्जन ने कोविड-19 जैसी बीमारी से ठीक होने के बावजूद व्यक्ति में डर की स्थिति उत्पन्न होना स्वभाविक है। ईलाज के लिए मरीज के पास सही जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है यदि मरीज इस दौरान घबरा जाए तो उसका स्वास्थ्य और ज्यादा बिगड़ सकता है। सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने कहा कि इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग की इन हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके कोई भी व्यक्ति हो मनोचिकित्सकों व चिकित्सकों की टीम से जुड़ सकता है और कोरोना संक्रमण संबंधी अपनी शंकाओं को दूर कर सकता है।