Faridabad/Alive News: शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से निजी स्कूल संचालक करते हैं सभी नियमों का उल्लंघन!प्राइवेट स्कूलों में नए शिक्षा सत्र की पढ़ाई शुरू हुए एक महीना हो गया है और कुछ दिनों बाद गर्मियों की छुट्टियां हो जाएंगी।
ऐसे में शिक्षा निदेशक हरियाणा ने 25 अप्रैल को जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भेज कर निर्देश दिये थे कि शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) का उल्लंघन कर सभी गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों, गली मोहल्ले में चल रहे प्ले स्कूल व रेमिडियल क्लासेज तथा बिना मान्यता के गैर-सरकारी संगठन व फाउंडेशन को बंद कराया जाए। उन्होंने निर्देश में कहा था कि सभी प्राइवेट स्कूलों से शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) के सभी नियम कानून व प्रावधानों का सख्ती से पालन कराया जाए। यह भी आदेश दिया है कि जो स्कूल नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं उनके नाम शिक्षा निदेशालय को कार्रवाई के लिए भेजे जाएं।
हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने इसे एक गीदड़ भभकी व कागजी कार्रवाई बताया है। मंच ने आरोप लगाया है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से ही स्कूल संचालक सभी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी शर्मा व प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने आरोप लगाया है कि ऐसे स्कूल जो आरटीई के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं इसकी पूरी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को है। मंच ने भी कई बार इसकी जानकारी मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, शिक्षा निदेशक व जिला शिक्षा अधिकारी को दी है लेकिन मिली भगत के चलते दोषी स्कूल संचालकों के खिलाफ कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की। कार्रवाई के नाम पर हरियाणा बोर्ड से संचालित बजट स्कूलों पर फॉर्मेलिटी पूरी की जा रही है। हर साल यही ड्रामा शिक्षा विभाग के अधिकारी करते हैं। मंच के लीगल एडवाइजर एडवोकेट बी. एस विरदी ने कहा है कि शिक्षा विभाग बड़े स्कूलों में आरटीई के तहत 25 प्रतिशत बच्चों का दाखिला नहीं करवा पाया, बच्चों के मासूम कंधों पर बढ़ाए गए बस्ते के बोझ को कम नहीं करवा पाया, बिना फॉर्म छह जमा कराए स्कूलों ने की गई फीस वृद्धि पर रोक नहीं लगा पाया। अब शिक्षा विभाग बड़े स्कूलों की सशक्त लॉबी के दबाब में छोटे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश निकाल रहा है जो सिर्फ काग़ज़ी कार्रवाई है।
मंच ने आरटीआई लगाकर जिला शिक्षा अधिकारी से सूचना मांगी है कि 27 बड़े स्कूलों की मनमानी के खिलाफ की गई शिकायतों पर क्या उचित कार्रवाई की गयी है।