New Delhi/Alive News : इस धरती ने सबसे सुंदर उपहार है प्रकृति। मानव सभ्यता का अस्तित्व और विकास इसी धरती की आबो-हवा के सहारे टिका है, लेकिन पिछले कुछ समय के तेज रफ्तार विकास कार्यों के चक्कर में लोगों प्रकृति की अहमियत को भूल चुके है। शहर में विकास कार्यों के दौरान प्रकृति का जरूरत से ज्यादा दोहन किया गया है।
लॉकडाउन के दौरान शहर में सभी गतिविधियां थम गईं थी, उस समय हमने साफ हवा देखी, साफ पानी देखा। ऑक्सीजन के स्तर में सुधार महसूस किया। तब प्रकृति ने दिखा दिया कि अगर उसे पूरे मन से संभाला जाए तो अपने पुराने स्वरूप में लौटने में उसे देर नहीं लगती।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार विश्व पर्यावरण दिवस के लिए थीम रखी गई है। “ओनली वन अर्थ, यानी हमारे पास एक ही पृथ्वी है, जिसे सहेजने की जरूरत है। इस पृथ्वी की जितनी क्षमता है, उससे 1.6 गुना ज्यादा हम उसका दोहन कर रहे हैं। हर 10 में से नौ लोग प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं।