Palwal/Alive News : ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के सफल प्रयोग के साथ- साथ प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं से जुड़े अपराधों में कमी लाने व उनको सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए समय समय पर समुचित प्रयास किए जा रहे है। इसी कड़ी में 12 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा शुरू की गई डायल 112 हेल्पलाइन सेवा में महिला सुरक्षा व आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए पैनिक बटन की सुविधा भी जोड़ी गई है।
गुरुग्राम के उपायुक्त डॉ. यश गर्ग ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 112 हेल्पलाइन सेवा के तहत शुरू की गई इस नई सुविधा के माध्यम से जिला की महिलाएं कभी भी स्वयं को अकेला महसूस नही करेंगी। किसी भी आपात स्थिति में पुलिस के द्वारा दी जाने वाली मदद अब बस उनसे एक बटन की दूरी पर होगी। उन्होंने कहा कि ऐसा नही है कि इस सुविधा का लाभ केवल महिलाएं ही ले सकती है। आपात स्थिति में फंसा कोई भी व्यक्ति इस बटन के माध्यम से पुलिस की मदद ले सकता है। उन्होंने कहा कि अमूमन ऐसा देखने मे आता है कि महिलाओं के साथ घटित अपराधों में अपराधियों द्वारा अपराध करने के लिए एक पूरी प्रक्रिया अपनाई जाती है जिसमे महिलाओं को पुलिस सहायता के लिए कॉल करने का भी वक़्त नही मिल पाता, लेकिन पैनिक बटन की सहायता से अपराध करने की इस पूरी प्रकिया को शुरुआती स्तर पर ही रोका जा सकता है।
कैसे काम करता है पैनिक बटन
जिला गुरुग्राम में एसीपी हेड क्वार्टर की जिम्मेदारी संभाल रही उषा कुंडू ने पैनिक बटन की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सर्वप्रथम अपने फोन पर 112 एप्प को डाउनलोड करना है। उसके उपरांत किसी भी आपात स्थिति अथवा असुरक्षित माहौल में पुलिस सहायता के लिए आपको अपने मोबाइल का पावर बटन तीन बार प्रेस करना है। आपके ऐसा करते ही 112 के कंट्रोल रूम में आपकी हेल्प रिक्वेस्ट लोकेशन सहित पहुँच जाएगी। कंट्रोल रूम में कार्यरत स्टाफ द्वारा आपके मोबाइल पर काल कर आपसे सहायता के लिए पूछा जाएगा। उन्होंने बताया कि काल करने का यह सिलसिला थोड़ी थोड़ी देर के अंतराल के बाद तब तक जारी रहेगा जब तक आप खुद को सुरक्षित महसूस नही करते। एक समय के उपरांत यदि आपको लगता है कि आप सुरक्षित है तो आप अपने मोबाइल की 112 एप्प पर ब्लिंक करते ‘आई एम सेफ’ मेसेज पर क्लिक करके आपके पास 112 हेल्पलाइन से आने वाली कॉल को रोक सकते है।
साधारण फोन पर भी उपलब्ध है पैनिक बटन की सेवा
उषा कुंडू ने बताया कि पैनिक बटन की यह सुविधा साधारण की-पैड वाले फोन में भी उपलब्ध है। साधारण फोन से आपात स्थिति में पुलिस सहायता लेने के लिए आपको की-पैड पर 5 या 9 का बटन कुछ देर तक प्रेस करके रखना है। एसीपी उषा कुंडू ने कहा कि डायल 112 हेल्पलाइन पर मिलने वाली सहायता से लोगों की पुलिस पर विश्वसनीयता में भी इजाफा हुआ है। साथ ही अपराधों पर अंकुश लगाने में भी यह काफी कारगर साबित हो रही है।