Jodhpur/Alive News : फिल्म पद्मावत पर जारी विवाद के बीच जोधपुर हाई कोर्ट ने इस फिल्म को देखने का फैसला किया है। कोर्ट ने शुक्रवार को अपने एक आदेश में फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली से आगामी 9 फरवरी को फिल्म दिखाने का आदेश दिया है। कोर्ट ने संजय लीला भंसाली, अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करने की अर्जी पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया।
दिसंबर में नागौर में संजय लीला भंसाली, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी। सजंय लीला भंसाली के वकील ने जोधपुर हाई कोर्ट में एफआईआर रद्द करने की अर्जी लगाई थी। इस अर्जी पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने भंसाली के वकील से 9 फरवरी को कोर्ट परिसर में या किसी सिनेमाहाल में फिल्म दिखाने का प्रबंध करने को कहा है। इस फिल्म को कोर्ट के न्यायिक अधिकारी देखेंगे जिसके बाद एफआईआर रद्द करने के बारे में निर्णय किया जाएगा।
फिल्म पद्मावत 25 जनवरी को चार राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और गोवा को छोड़कर देश के अन्य राज्यों में रिलीज हुई थी। फिल्म के खिलाफ करणी सेना के समर्थकों ने देश के कई शहरों में हिंसक विरोध-प्रदर्शन किया। करणी सेना के समर्थकों ने सबसे ज्यादा हंगामा राजस्थान में किया । राजस्थान में तोड़-फोड़, आगजनी और हंगामों के डर से सिनेमा घरों, मल्टीपलेक्स मालिकों ने ‘पद्मावत’ को रिलीज नहीं किया, इसके बावजूद फिल्म के विरोध में प्रदेश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं। गुरुग्राम में करणी सेना के समर्थकों ने एक स्कूली बस को निशाना बनाते हुए उस पर पत्थरबाजी की।