April 27, 2024

डीप्रेशन के कारण बढ़ सकता है मोटापा, इस तरह से दूर करें अपना मोटापा

Lifestyle/Alive News : तेजी से बदलती लाइफस्टाइल का असर इन दिनों लोगों की सेहत पर साफ देखने को मिल रहा है। खानपान की गलत आदतें लोगों को कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार बना रही हैं। मोटापा इन्हीं गंभीर बीमारियों में से एक है, जो इन दिनों दुनियाभर में कई लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। सिर्फ बड़े ही नहीं, आजकल बच्चे भी इस समस्या की गिरफ्त में आ रहे हैं। बच्चों में बढ़ता मोटापा एक गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है।

बच्चों को फिजिकली एक्टिव रखें
बच्चों को शारीरिक रूप से सक्रिय रखने के लिए रोजाना कम से कम 60 मिनट की शारीरिक गतिविधि का लक्ष्य रखें। बच्चों को उन एक्टिविटीज में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करें, जिनमें उन्हें आनंद आता हो- जैसे एथलेटिक्स, साइकलिंग, डांस करना या बाहर खेलना आदि।

हेल्दी स्नैक्स दें
बच्चों के हेल्दी वेट गेन के लिए उनकी डाइट में फल, सब्जियां, बादाम और दही जैसे स्वास्थ्यवर्धक स्नैक्स शामिल करें। साथ ही अपने घर में चिप्स, कुकीज और मिठाई जैसे अनहेल्दी स्नैक्स को रखने से बचें।

शुगरी ड्रिंक्स से परहेज
अपने बच्चों की सोडा, जूस या स्पोर्ट्स ड्रिंक जैसे शुगरी ड्रिंक्स से दूरी बनाए रखें। इसकी बजाय उन्हें ज्यादा से ज्यादा पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करें। हाइड्रेटेड रहने और कैलोरी इनटेक से बचने के लिए पानी महत्वपूर्ण है।

नियंत्रित डाइट दें
आपके बच्चे सीमित मात्रा में खाएं, इस बात का ध्यान रखें। घर हो या बाहर बच्चे जहां भी खा रहे हैं, तो उन्हें ज्यादा मात्रा में भोजन परोसने से बचें। अपने बच्चों को उनकी भूख के मुताबिक खाने के लिए शिक्षित करें।

क्या न करें
भोजन न छोड़ें
सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे दिन भर नियमित रूप से खाते रहें ताकि बाद में उन्हें अत्यधिक भूख न लगे और वहज्यादा खाने से बच सकें। खाना छोड़ने से खान-पान की गलत आदतें और ज्यादा खाने की समस्या हो सकती हैं।

अनहेल्दी फूड्स को घर पर न रखें
बच्चे अकसर अनहेल्दी फूड्स खाना पसंद करते हैं, लेकिन इस तरह के फूड्स उनका वजन बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं। ऐसे में कोशिश करें कि घर पर अनहेल्दी फूड आइटम्स आसानी से उपलब्ध न हो पाए। अनहेल्दी स्नैक्स आसानी से उपलब्ध नहीं होने पर बच्चे इन्हें खाने से बचेंगे, जिससे वजन बढ़ने की संभावना कम होगी।

स्ट्रिक्ट डाइट न करें
बच्चों को स्ट्रिक्ट डाइट पर रखने या कोई खास फूड आइटम पर प्रतिबंध लगाने से बचें। ऐसा करने से बच्चे अनहेल्दी फूड इंटरेक्शन और ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो सकते हैं। इसकी जगह आप उनके संतुलित पोषण और संयम पर ध्यान दें।