Faridabad/Alive News : उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि भारत का चुनाव आयोग की हिदायतों के अनुसार एक अगस्त यानी आज से वोटर आईडी कार्ड को आधार से जोड़ने के लिए एक अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य मतदाताओं की पहचान स्थापित करना और मतदाता सूची में प्रविष्टियों को प्रमाणित करने के साथ-साथ उनकी पहचान करना है।
डीसी जितेन्द्र यादव ने कहा कि यदि एक भी व्यक्ति एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में या एक ही निर्वाचन क्षेत्र में एक से अधिक बार पंजीकृत है। आधार कार्ड को वोटर आईडी कार्ड से जोड़ने के लिए, मतदाताओं को चुनाव आयोग की वेबसाइट और चुनावी पंजीकरण कार्यालय में ऑनलाइन उपलब्ध आवेदन फॉर्म 6-बी भरना होगा। इसे वोटर हेल्पलाइन ऐप और राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल पर भी ऑनलाइन जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं के भौतिक दस्तावेजों और कम्प्यूटरीकृत जानकारी की सुरक्षा के लिए डबल लॉक सिस्टम का प्रावधान है।
उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि आधार कार्ड नंबर को गोपनीय रखने के लिए मास्किंग का इस्तेमाल किया जाएगा। मतदाता पहचान पत्र और आधार को जोड़ने से मतदाता की पहचान स्थापित होती है और मतदाता सूची में प्रविष्टियों को प्रमाणित करता है, मतदाता नामों के दोहराव से बचा जाता है और मतदाताओं को मोबाइल फोन के माध्यम से चुनाव आयोग की नवीनतम सूचनाओं के बारे में सूचित करता है।