Faridabad/Alive News: हरियाणा शिक्षा विभाग ने स्कूलाें की मान्यता से संबंधित दस्तावेज की जांच अब क्लस्टर हेड काे सौंपी गई है। क्लस्टर हेड सरकारी स्कूलाें के इंचार्ज हाेते हैं। प्रत्येक खंड में अलग-अलग क्लस्टर हेड हाेते हैं। दाखिला देने वाले गैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलाें पर नजर रखी जाएगी, जिससे यह किसी भी विधार्थी का दाखिला न कर सकें। अभिभाववकाें काे जागरूक करने के लिए भी अभियान चलाया जाएगा। अभी तक फरीदाबाद और बल्लभगढ़ दाेनाें ब्लॉक में तीन गैर मान्यता प्राप्त स्कूलाें की पहचान की गई।
शिक्षा निदेशालय ने गैर मान्यता प्राप्त स्कूलाें के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। यह प्राइवेट स्कूल विधार्थियाें का दाखिला नही कर सकेंगे। अधिकारियों का कहना है कि निदेशालय के आदेश के बाद एक बार फिर गैर मान्यता प्राप्त स्कूलाें में बच्चाें काे पढ़ाने से हाेने वाले नुकसान के बारे में भी बताया जा रहा है। यदि काेई स्कूल मनाही के बाद भी विधार्थियाें काे दाखिला देता है ताे उसके खिलाफ कार्रवाई हाेगी। इन स्कूलाें पर नजर रखने के लिए टीम गठित की गई है।
दाेनाें ब्लॉक की शिक्षा अधिकारी की निगरानी में हाेगी जांच-
जिले में करीब एक हजार से अधिक प्राईवेट स्कूल संचालित हाे रहे है। इनमें कई स्कूल ऐसे भी हैं जिन्हाेंने मान्यता नहीं ली और सुविधाओं के अभाव में बच्चाें काे पढ़ा रहे है। शिक्षा निदेशालय के आदेश के बाद विभाग भी इन स्कूलाें की जांच के लिए सतर्क हाे गया है। फिर से स्कूलाें की जांच की जिम्मेदारी क्लस्टर हेड काे दी गई है। इसकी निगरानी खंड शिक्षा अधिकारी करेंगे।
क्या कहना है अधिकारी का-
गैर- मान्यता प्राप्त निजी स्कूलाें की पहचान दाेबारा की जा रही है। अभी तक सिर्फ तीन स्कूल ऐसे मिले हैं, जिनके पास मान्यता प्राप्त स्कूल विघार्थियाें का दाखिला न कर पाए , इसलिए इनपर नजर रखी जा रही है।
-डा. मनाेज मितल , ब्लाक शिक्षा अधिकारी।