May 19, 2024

एनएचपीसी ने दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया

Faridabad/Alive News:एनएचपीसी ने 20 से 21 मार्च 2024 तक अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 मनाने के लिए दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 21 मार्च, 2024 को एनएचपीसी निगम मुख्यालय में महिला कार्मिकों  को सम्मानित किए जाने के साथ-साथ सुश्री संध्या स्वामी (आईपीएस), एडिशनल डीसीपी-I, उत्तर पश्चिम दिल्ली का एक व्याख्यान व 20 मार्च 2024 को आयोजित ‘अन्विथा’ आउटबाउंड प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल था।

कार्यक्रम में आर.पी.गोयल, सीएमडी, एनएचपीसी, उत्तम लाल, निदेशक (कार्मिक), एनएचपीसी और आर. के. चौधरी, निदेशक (तकनीकी एवं परियोजनाएं), एनएचपीसी 21 मार्च 2024 को अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और महिला कार्मिकों के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 समारोह में शामिल हुए।कार्यक्रम के दौरान, सुश्री संध्या स्वामी (आईपीएस), एडिशनल डीसीपी-I, उत्तर पश्चिम दिल्ली ने महिला सशक्तिकरण और वर्क लाइफ बैलेंस पर व्याख्यान दिया। अपने व्याख्यान में उन्होंने बेहतर कार्य निष्पादन  के लिए मानसिक और शारीरिक फिटनेस के महत्व पर जोर दिया।

समारोह के एक भाग के रूप में एनएचपीसी ने खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी पेपर प्रस्तुतियों तथा  सामाजिक विधिक सेवाओं और एनएचपीसी के वित्तीय लाभ में विशेष भूमिका निभाने वाली महिला कार्मिकों  को सम्मानित किया। इन महिला कार्मिकों में सुश्री ए. नलिनी, सुश्री अदिति बिष्ट, सुश्री लिया जॉर्ज, सुश्री कंचना देवी, डॉ. पिंकी कुमारी रॉय, सुश्री डॉली सिंह, सुश्री रेयो हाले , सुश्री केंगम बुची, सुश्री मिकबॉम नाडा, सुश्री कल्पना रानी जैन, सुश्री राधा गुप्ता, सुश्री सीमा शर्मा, सुश्री नेहा गुप्ता, सुश्री संतोष शर्मा, सुश्री मंजूषा मिश्रा, सुश्री पल्लवी खन्ना, सुश्री पायल ताराचंद टेकचंदानी और सुश्री भावना शामिल रही। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 समारोह में महिला कार्मिकों  के लिए आयोजित  ‘अन्विथा’ आउटबाउंड प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शामिल था।

यह कार्यक्रम एनएचपीसी के निदेशक (कार्मिक), उत्तम लाल के नेतृत्व और मार्गदर्शन में एनएचपीसी के प्रशिक्षण व मानव संसाधन  विकास विभाग  द्वारा संचालित एक विशेष पहल थी। ‘अन्विथा’ कार्यक्रम का आयोजन फन एंड लर्निंग के माध्यम से एनएचपीसी महिला कार्मिकों के बीच जुड़ाव की भावना पैदा करने और उन्हें एनएचपीसी के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करने के संबंध में एक विशेष पहल थी।