Faridabad/Alive News : आर्थिक तंगी से जूझ रहे नगर निगम की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। नगर निगम ने दो साल से पानी और सीवर के बिल नहीं भेजे हैं। इस पर निगमायुक्त यशपाल यादव ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है। इसके अलावा निगमायुक्त ने बकायेदारों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। मिली जानकारी के अनुसार आगामी सेमवार से कनेक्शन काटने का अभियान शुरू किया जाएगा। इसके कार्यकारी अभियंता, एसडीओ और जेई की विशेष टीमें गठित की गई हैं। अधिकारियों को आदेश दिए गए है कि यदि बकायेदार मौके पर पैसा जमा न करे तो तुरंत उनके कनेक्शन काट दिए जाएं। इस दौरान किसी की कोई सिफारिश न सुनी जाए।
जानकारी के मुताबिक नगर निगम और एचएसवीपी के अंतर्गत आने वाले रेनीवेल अब फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) को हस्तांतरित कर दिए गए हैं। इस कारण निगम को एफएमडीए से पानी खरीदकर आगे देना पड़ रहा है। यदि निगम एफएमडीए को पैसों का भुगतान नहीं करेगा तो एफएमडीए पानी देने से इनकार कर सकता है। यही नहीं जो लोग अवैध आरओ प्लांट चला रहे हैं। टैंकरों से पानी सप्लाई कर रहे हैं उन पर भी शिकंजा कसा जाएगा। निगम अधिकारियों के अनुसार पिछले दिनों राज्य सरकार ने याशी नामक एजेंसी से सर्वे कराया था। जिसमें नगर निगम सीमाक्षेत्र में करीब पांच लाख प्रॉपर्टी की पहचान हुई थी।
वहीं निगम का मानना है कि शहर में करीब पांच लाख सीवर पानी के कनेक्शन हैं। लेकिन इनमें से महज 1.30 लाख घरों में ही वैध कनेक्शन हैं। बाकी 3.70 लाख कनेक्शन अवैध रूप से चल रहे हैं। अवैध कनेक्शन धारक निगम का पानी फ्री में पी रहे हैं। उन्होने सभी कार्यकारी अभियंताओं, सभी एसडीओ और जेई के साथ मिलकर अवैध सीवर पानी कनेक्शन की जांच करने का आदेश दिया है। रोजाना इन अधिकारियों से रिपोर्ट ली जाएगी। लापरवाही बरतने वाले अधिकारी के खिलाफ चार्जशीट किया जाएगा।