Faridabad/Alive News : हरियाणा पुलिस द्वारा अक्टूबर महीने को साइबर जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। जिसमें आमजन को साइबर अपराध के बारे में जागरूक किया जा रहा है तथा इसके साथ साथ साइबर टीम को भी अपराधियों को पकड़ने के लिए नई-नई तकनीकों के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है। इसी क्रम में आज फरीदाबाद में हरियाणा के सभी 29 साइबर पुलिस स्टेशन से पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें 100 से अधिक पुलिस पर्सनल ने हिस्सा लिया।
साइबर पुलिस स्टेशन साइबर अपराध नोडल अधिकारी डीसीपी नीतीश कुमार अग्रवाल, एसीपी विनोद तथा साइबर पुलिस स्टेशन एनआईटी, सेंट्रल तथा बल्लभगढ़ की टीमों ने भाग लिया। साइबर क्राइम के बारे में आयोजित की गई। इस बैठक में पुलि कर्मियों को ट्रेनिंग देने के लिए साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर I4C की तरफ से टेक्निकल कॉर्डिनेटर रुशी मेहता ने वर्कशॉप को होस्ट किया।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि आज फरीदाबाद में साइबर क्राइम वर्कशॉप आयोजित की गई। जिसमें पूरे हरियाणा के सभी जिलों के साइबर अपराध नोडल अधिकारी तथा सभी 29 साइबर पुलिस स्टेशन की साइबर टीम उपस्थित रही। प्रत्येक साइबर पुलिस स्टेशन से दो पुलिसकर्मी बैठक में मौजूद रहे वहीं अन्य पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मीटिंग को मीटिंग में भाग लिया।
इस वर्कशॉप का उद्देश्य साइबर टीम को नई साइबर तकनीक व साइबर अपराध में प्रयोग होने वाले नए नए सॉफ्टवेयर तथा साइबर अपराध में आने वाली समस्याओं का समाधान करके साइबर अपराधियों की धरपकड़ करना है। साइबर अपराधी आए दिन अपराध के नए-नए तरीके खोजते रहते हैं इसलिए साइबर टीम को भी साइबर अपराधियों को पकड़ने में उपयोग होने वाली तकनीक की जानकारी होना अति आवश्यक है। फरीदाबाद में आयोजित यह बैठक ट्रेनिंग सेशन 3 घंटे तक चला। जिसमें रुशी मेहता ने साइबर टीम को फेक ऐप स्कैम के बारे में जानकारी देते हुए स्कैमर्स को ट्रेस करने के बारे में अहम जानकारियां दी तथा इसके तकनीकी पहलुओं के बारे में बताया।