December 22, 2024

लवप्रीत ने कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को दिलाया 14वां मेडल, पढ़िए एक साधारण लड़के से मेडलिस्ट बनने तक की कहानी

Chandigarh/Alive News: पंजाब में अमृतसर के छोटे से गांव बल सिकंदर में पले-बढ़े लवप्रीत सिंह ने इंग्लैंड में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान वेटलिफ्टिंग में 109 किलोग्राम वेट कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है। लवप्रीत ने स्नैच में 163 और क्लीन एंड जर्क में 192 किलोग्राम वेट उठाया। कुल 355 किलोग्राम वेट उठाकर तीसरा स्थान हासिल किया। ।

लवप्रीत सिंह ने बेशक 109 किलोग्राम वेट कैटेगरी में मेडल जीता हो, लेकिन वह कभी इतना हैवी-वेट नहीं था। बचपन में दुबला-पतला दिखने वाला लवप्रीत ज्यादातर शांत रहता था। लवप्रीत के पिता किरपाल सिंह आज भी दर्जी का काम करते हैं। लवप्रीत के दादा गुरमेज सिंह ठेले पर सब्जियां बेचा करते थे। लवप्रीत भी स्कूल से आते ही दादा के साथ सब्जियां बेचने चले जाता।

जब लवप्रीत 8वीं में था, तभी गांव में रहने वाले वेट लिफ्टिंग के कोच हीरा सिंह ने उससे वेट लिफ्टिंग शुरू करवा दी। डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 12वीं करने वाला लवप्रीत वहां भी वेट लिफ्टिंग करता रहा। स्कूलिंग के दौरान उसने कई मेडल जीते। 12वीं के बाद लवप्रीत ने नेवी की परीक्षा दी और सिलेक्ट हो गया।

नेवी में अफसर है लवप्रीत
लवप्रीत सिंह इंडियन नेवी में अफसर है। उसका जन्म 6 सितंबर 1997 को अमृतसर के बल सिकंदर गांव में हुआ। वर्ष 2010 में महज 13 साल की उम्र में वेट लिफ्टिंग शुरू करने वाले लवप्रीत ने शुरुआती दिनों में नेशनल लेवल पर पहचान बनाने के लिए बहुत संघर्ष किया। वेट लिफ्टिंग से जुड़े नेशनल कैंप में शामिल होने के लिए उसने 7 साल तक मेहनत की। वर्ष 2017 से लवप्रीत हैवी वेट कैटेगरी में इंडियन नेशनल कैंप का अहम मेंबर है। वह इस समय इंडियन नेवी में अफसर है।

कई प्रतियोगिताओं में जीते मेडल
2021 कॉमनवेल्थ सीनियर चैंपियनशिप सिल्वर मेडलिस्ट, 2017 राष्ट्रमंडल जूनियर चैंपियनशिप गोल्ड मेडलिस्ट, 2017 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप ब्रॉन्ज मेडलिस्ट है।