मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमिन (एमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी उन युवकों को कानूनी मदद मुहैया कराएगी जिन्हें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के कथित मॉड्यूल में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
आईएस के संदिग्धों का केस लड़ेंगे सीनियर वकील
ओवैसी ने इसके साथ ही साफ किया कि उनकी पार्टी आतंकवाद का समर्थन नहीं करती. उन्होंने कहा कि अल्लाह आईएस की मानसिकता को खत्म करें. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार युवकों के परिवार के सदस्यों ने उनसे मुलाकात की और दावा किया कि वे बेगुनाह हैं. ओवैसी कहा कि उन्होंने एक सीनियर वकील से उन्हें कानूनी मदद मुहैया कराने के लिए कहा है.
भारत पर हमला करने वालों के खिलाफ खड़े होंगे
ओवैसी ने हैदराबाद के मक्का मस्जिद में रमजान के आखिरी शुक्रवार (जुम्मा ए अलविदा) को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘कल ये लड़के अगर दोषी नहीं पाए गए तो उन्हें उनका जीवन कौन लौटाएगा? हम आतंकवाद का समर्थन नहीं करते. अगर कोई भारत पर हमला करता है तो हम सामने खड़े होंगे.’
युवक दोषी नहीं हुए तो सस्पेंड हों एनआईए अफसर
उन्होंने यह भी कहा कि क्या एनआईए यह लिखित में दे सकता है कि वह संदिग्धों को गिरफ्तार करने वाले अधिकारियों को निलंबित करेगा अगर युवक दोषी नहीं पाए गए. ओवैसी ने गाय की रक्षा के नाम पर कुछ राज्यों में हुई सामुदायिक झड़प रोकने के लिए पीएम मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर भी निशाना साधा.