November 15, 2024

युद्ध में राम के हाथों मारा गया कुम्भकरण

Faridabad/Alive News : श्री धार्मिक लीला कमेटी एम ब्लाक में आज लक्ष्मण मूर्छित हुए और अंत में कुम्भकरण का वध हुआ। आज सबसे पहले मेघनाथ ने लक्ष्मण को मूर्छित किया तो हनुमान संजीवनी पहाड़ ही ऊठा लाये।

जब लक्ष्मण मूर्छा से बहार आये तो उन्होंने श्रीराम को बताया कि किस तरह से मेघनाथ ने छल से उसको मूर्छित किया। तब राम ने इसका बदला लेने के लिये अगले दिन के युद्ध की भागदौड़ स्वयं सम्भालने का निर्णय लिया ।

उधर रावण को जब यह समाचार मिलता है कि मेघनाथ ने लक्ष्मण को शक्ति बाण से मूर्छित कर दिया है तो वह मेघनाथ की विजय का जश्र मनाता है और अगले दिन कुम्भकरण को युद्ध के लिये भेजता है ।

अगले दिन भंयकर युद्ध होता है जिसमें कुम्भकरण के संवाद “आज रणचण्डी भंयकर रूप धर कर आयेगी, मैं चलूंगा जिस तरफ जय साथ होती जायेगी: तो श्रीराम जवाब में बोलते हैं “कर्म जब अच्छे नहीं तो जीत फिर होगी कहाँ, देख कड़वे नीम में लगती हैं कब नारंगियां” फिर भयंकर युद्ध में कुम्भकरण राम के हाथों मारा जाता है ।