November 6, 2024

जानिए 23 मार्च को क्यों मनाया जाता है शहीद दिवस, क्या है इसका महत्व

New Delhi/Alive News: 200 सालों की गुलामी के बाद भारत ने 1947 में अंग्रेजों से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की थी। आजादी की कीमत के रूप में भारत को एक नहीं दो नहीं बल्कि लाखों कुर्बानियां देनी पड़ी थी। इन कुर्बानियों और वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिए भारत शहीद दिवस मनाता है। हर साल 23 मार्च के दिन लोग वीरता के साथ लड़ने वाले ऐसे युवा सेनानियों की वीर गाथाओं के बारे में बात करते हैं।

दरअसल, 23 मार्च को तीन स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था। बेहद कम उम्र में इन वीरों ने लोगों के कल्याण के लिए लड़ाई लड़ी और इसी उद्देश्य के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। कई युवा भारतीयों के लिए भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव प्रेरणा के स्रोत बने हैं। ब्रिटिश शासन के दौरान भी, उनके बलिदान ने कई लोगों को आगे आने और अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया। यही कारण है कि इन तीनों क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए भारत 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाता है।

भारतीय विशेष रूप से शहीद दिवस पर भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु को याद करने और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए परेड आयोजित करते हैं और स्वतंत्रता की लड़ाई में जान गंवाने वालों को याद करते हैं। इस दिन स्कूल कॉलेजों और कार्यालयों में वाद-विवाद, भाषण, कविता पाठ और निबंध प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।