May 3, 2024

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय ने विश्व उद्यमी दिवस पर पूर्व छात्रों को किया सम्मानित

Faridabad/Alive News: जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा विश्व उद्यमी दिवस के उपलक्ष्य में स्वावलंबी भारत अभियान के तहत आयोजित ‘उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। इस उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय द्वारा अपने उद्यमी पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में आर्थिक विशेषज्ञ एवं स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह-संगठक सतीश कुमार मुख्य वक्ता रहे।

सतीश कुमार ने छात्रों को रोजगार, स्वरोजगार और उद्यमिता के महत्व से अवगत कराया और युवाओं से तीन संकल्प लेने का आह्वान किया जिसमें देश को ‘शून्य’ बीपीएल बनाने, शत-प्रतिशत रोजगार प्रदान करने तथा वर्ष 2030 तक भारत को दस ट्रिलियन डॉलर की समावेशी और सतत अर्थव्यवस्था बनाने में योगदान देना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि देश में 18-30 वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं की संख्या लगभग 37 करोड़ है, जो चीन और अमेरिका की तुलना में इस आयु वर्ग में अधिक है और ये युवा भारत को दस ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है।

भारत द्वारा आईटी और सॉफ्टवेयर सेवाओं के निर्यात राजस्व की तुलना दुनिया के शीर्ष तेल निर्यातक सऊदी अरब के साथ करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियों द्वारा आईटी और सॉफ्टवेयर सेवाओं का निर्यात पिछले वर्ष में 180 बिलियन अमेरिकी डॉलर है जोकि सऊदी अरब द्वारा तेल की बिक्री से प्राप्त हो रहे 145 बिलियन अमेरिकी डॉलर के राजस्व से अधिक है। उन्होंने कहा कि भारत उद्यमिता, स्वदेशी और सहकारी आंदोलन की ओर बढ़ रहा है और युवाओं को ही इस आंदोलन को आगे बढ़ाना है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने विश्व उद्यमी दिवस पर छात्रों और उद्यमियों को बधाई दी और राष्ट्रव्यापी स्वावलम्बी भारत अभियान के माध्यम से स्वदेश जागरण मंच द्वारा की जा रही पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि युवाओं को केवल अपने रोजगार तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन्हें दूसरों के लिए रोजगार पैदा करने की दिशा में काम करना चाहिए और देश के आर्थिक विकास में योगदान देना चाहिए।