November 18, 2024

Indian Railways : Sleeper Class के टिकट पर AC डिब्‍बे में करें सफर, रेलवे ने बनाया ये प्‍लान

New Delhi/Alive News : स्लीपर क्लास में सफर करने वाले यात्रियों को एसी क्लास में प्रमोट करने के लिए भारतीय रेलवे ने नया प्लान तैयार किया है. अगर रेलवे का यह प्लान सफल रहा तो न केवल लोगों का ट्रेन सफर और बेहतरीन हो जाएगा बल्कि रेलवे की कमाई भी पहले से ज्यादा बढ़ जाएगी.

स्लीपर क्लास के यात्रियों को सुविधा
उत्तर रेलवे के जनरल मैनेजर आशुतोष गंगल ने बताया कि स्लीपर क्लास के यात्रियों को AC कोच की ओर आकर्षित करने के लिए नए AC3 इकोनॉमी क्लास के कोच तैयार किया गया है. इसका मकसद उन लोगों को AC सफर का अवसर उपलब्ध करवाना है, जो अभी तक महंगे किराये के डर से इन कोचों में टिकट बुक नहीं करवाते थे. इन नए AC3 इकोनॉमी क्लास में किराया AC3 कोच से 8 से 10 फीसदी तक कम रहेगा.

नए कोच में जोड़े गए कई फीचर्स
उन्होंने बताया कि नए AC3 इकोनॉमी कोच में कई सारे फीचर्स जोड़े गए हैं. इन नए कोचों में 2 सीटों के बीच के गैप को कम कर दिया गया है. अभी तक सभी किसी एक कोच में अधिकतम 72 सीटें होती हैं लेकिन AC3 इकोनॉमी कोच में बर्थ की संख्या 83 की गई है.

जनरल मैनेजर आशुतोष गंगल के मुताबिक इन बदलावों से रेलवे की कमाई बढ़ जाएगी. वहीं किराये में कमी होने से यात्रियों को भी इसका फायदा होगा. उन्होंने कहा कि अभी AC फर्स्ट क्लास, सेकंड क्लास और थर्ड क्लास के कोच में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

नए बदलाव के साथ नया इकोनॉमी क्लास
जनरल मैनेजर ने बताया कि AC3 इकोनॉमी कोच के इंटीरियर डिजाइन में बदलाव किया गया है. हर सीट के यात्री के लिए AC डक अलग अलग लगाया गया है. इसके साथ हर सीट के लिए बोटल स्टैंड, रीडिंग लाइट और चार्जिंग की व्यवस्था की गई है.

वॉश बेसिन के डिजाइन में भी बदलाव
कोरोना महामारी को देखते हुए वॉश बेसिन के डिजाइन में भी बदलाव किया गया है. आप पैर के सहारे भी बटन को पुश करके नल चलाकर वॉश बेसिन में हैंड वॉश कर सकते हैं. दिव्यांगों के लिहाज से सहूलियत भरे टॉयलेट डिजाइन किए गए हैं. स्मोक डिटेक्टर और इंफॉर्मेशन डिस्प्ले बोर्ड की व्यवस्था कर कोच के इंटीरियर को बेहतर बनाया गया है.

जल्द दिखने लग जाएंगे नए कोच
रेल अधिकारियों के मुताबिक कई ट्रेनों में इसी सप्ताह से यह कोच लगने शुरू हो जाएंगे. इसके बाद रेलयात्री इनमें यात्रा के लिए बुकिंग करा सकेंगे. अफसरों को उम्मीद है कि इन नए कोचों को यात्रियों का पूरा सपोर्ट मिलेगा और लोगों में बर्थ के लिए मारामारी भी कम होगी.