November 22, 2024

“पार्टी के अहम फ़ैसले राहुल गांधी की चाटुकार मंडली ले रही है”, अब कांग्रेस पार्टी को चलाने के लिए एक और कठपुतली की तलाश हो रही है, पढ़िए किसने कहा

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद को पिछले कुछ समय से नाराज़ बताया जा रहा था, उन्होंने जिस तरह पांच पन्ने की चिट्ठी लिखी है उसमें उन्होंने अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त किया है.

ग़ुलाम नबी आज़ाद की चिट्ठी की प्रमुख बातें:-

पार्टी के शीर्ष पर एक ऐसा आदमी थोपा गया जो गंभीर नहीं है.

पार्टी के अहम फ़ैसले राहुल गांधी की चाटुकार मंडली ले रही है.

पार्टी के सभी अनुभवी नेताओं को दरकिनार कर दिया गया है.

राहुल गांधी का अध्यादेश फाड़ने का फ़ैसला बिल्कुल बचकाना था.

पार्टी अब इस हाल में पहुँच गई है कि वहाँ से वापस नहीं लौट सकती.

पार्टी को चलाने के लिए एक और कठपुतली की तलाश हो रही है.

पार्टी के अहम फ़ैसले राहुल गांधी के सिक्योरिटी गार्ड और पीए ले रहे हैं.

‘सिक्योरिटी गार्ड और पीए फ़ैसले ले रहे हैं’

आज़ाद ने सोनिया गांधी को अपने पत्र में नाम मात्र की अध्यक्ष बताया है और कहा है कि “सारे अहम फ़ैसले राहुल गांधी कर रहे हैं, बल्कि उससे भी बदतर तो ये है कि उनके सिक्योरिटी गार्ड और निजी सचिव फ़ैसले कर रहे हैं.”

उन्होंने लिखा है कि पार्टी के 22 वरिष्ठ नेताओं ने जब सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी की बदहाली की ओर ध्यान खींचना चाहा तो इसके जवाब में “चाटुकारों की मंडली ने हम पर हमला बोला, हमें विलेन बनाने की कोशिश की. बहुत ही बुरी तरह हमें अपमानित किया गया.”

गुलाम नबी आज़ाद ने लिखा है कि “इसी चाटुकार मंडली के इशारे पर जम्मू में मेरा जनाज़ा निकाला गया जिन्होंने अनुशासनहीनता से भरी यह हरकत की उनकी तारीफ़ पार्टी के महासचिवों और राहुल गांधी ने की.”

उनका कहना है कि इसी मंडली ने कांग्रेस के एक और अनुभवी नेता कपिल सिब्बल पर भी हमला किया, जबकि कपिल सिब्बल अदालतों में आपके और आपके परिवार को बचाने के लिए क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे थे.