Chandigarh/Alive News : कोरोना आपदा के समय हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज वीआईपी दौरे पर पहुंचे और उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार को लेकर सरकारी अस्पतालों के मुख्य चिकित्सक अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता मरीज और उसका उपचार होना चाहिए।
वहीं दूसरी और बीते गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी जींद के एक अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के निरीक्षण के लिए पहुंचे। सीएम जब मरीजों के परिजनों से बातचीत करने गए तो उन्होंने सीएम को बहुत खरी-खोटी सुनाई और कहां कि आपके यहां आने से पहले अस्पताल के सारे कार्य सुचारू रूप से चल रहे थे, लेकिन आपके यहां आने के कारण सारी व्यवस्थाएं बिगड़ गई हैं और उन्हें अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा के नाम पर सुबह 8 बजे ही अस्पताल से बाहर निकाल दिया और सिटी स्कैन के लिए भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा।
लोग सुबह से बाहर इंतजार कर रहे हैं। यहां तक की अस्पताल में पहले से भर्ती गंभीर कोरोना मरीजों को अभी तक पानी भी नहीं पहुंचाया गया है। इस पर सीएम ने अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. मंजीत सिंह को बुलाया और कहा कि लोगों को इलाज के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी ना होने दें।
हालांकि, संबंधित मामले को लेकर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि सरकारी और निजी दोनों लैबों को कोविड़ -19 की रिर्पोट अब मरीजों को 24 घंटे के अंदर ही देनी होगी। साथ ही हिसार और पानीपत में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए संचालित होने वाले अस्पतालों के लिए ईएसआई अस्पताल व डिस्पेंसरी वर्कर की भी सहायता ली जाएगी।