Chandigarh/Alive News: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मंत्रिमंडल का विस्तार करने के बाद विभागों का बंटवारा कर दिया है। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग अपने पास रखा है। पहले की सरकार में अनिल विज गृह मंत्री थे। नायब सैनी कैबिनेट में उन्हें जगह नहीं मिली है। 12 मार्च को राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कुरुक्षेत्र से सांसद और वर्तमान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी को राज्य का नया मुख्यमंत्री चुना गया था। हरियाणा में यह घटनाक्रम जेजेपी के बीजेपी से अलग होने के बाद सामने आया था। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विभागों के बंटवारे में जेपी दलाल को वित्त मंत्री का दायित्व सौंपा है।
हरियाणा सरकार में मंत्रालयों का किया आवंटन
नायब सैनी, मुख्यमंत्री
गृह, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, युवा अधिकारिता, सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति, खान एवं भूविज्ञान, विदेशी सहयोग (अन्य जो विभाग नहीं बांटे गए हैं)
कैबिनेट मंत्री
कंवरपाल गुज्जर,
कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन, मत्स्य पालन, विरासत एवं पर्यटन, संसदीय कार्य
मूलचंद शर्मा,
उद्योग एवं वाणिज्य, श्रम, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, चुनाव
रणजीत सिंह,
ऊर्जा एवं जेल
जेपी दलाल,
वित्त, नगर एवं ग्राम नियोजन, अभिलेखागार
डा. बनवारी लाल,
सार्वजनिक स्वास्थ्य, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें), वास्तुकला
कमल गुप्ता
, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, नागरिक उड्डयन
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
सीमा त्रिखा,
स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा
महिपाल ढाडा
, विकास एवं पंचायत, सहकारिता
असीम गोयल,
परिवहन, महिला एवं बाल विकास
अभय सिंह यादव,
सिंचाई एवं जल संसाधन, सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण
सुभाष सुधा,
शहरी स्थानीय निकाय, सभी के लिए आवास
विशंभर बाल्मिकी
, सामाजिक न्याय, एससी और बीसी कल्याण और अंत्योदय (सेवा), मुद्रण और स्टेशनरी
संजय सिंह,
पर्यावरण, वन एवं वन्य जीवन, खेल
12 मार्च को ली थी शपथहरियाणा के 13 वें मुख्यमंत्री के तौर पर नायब सैनी ने 12 मार्च को शपथ ग्रहण की थी। तब उनके साथ पांच मंत्रियों ने शपथ ली थी। इसके बाद नायब सैनी ने 19 मार्च को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। इसमें उन्होंने एक कैबिनेट समेत सात राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार को टीम में शामिल किया था। इसमें सात को पहली बार मंत्री बनाया गया था। मुख्यमंत्री नायब सैनी के लोकसभा चुनावों के बाद करनाल से विधानसभा चुनाव लड़ने की उम्मीद है। पूर्व सीएम मनोहर लाल के इस्तीफे से यह सीट खाली हुई है। हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर करनाल से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।