May 18, 2024

हरियाणा के गृह मंत्री ने पंचकूला थाने में मारा छापा, थाना प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड

Panchkula/Alive News : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज अचानक शुक्रवार को पंचकूला स्थित के सेक्टर- 5 के पुलिस थाने में पहुंचे। विज ने थाने में ड्यूटी के दौरान कोताही बरतने वाले थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। पुलिस थाना प्रभारी (एसएचओ) ललित कुमार, मुंशी डिंपल, नाइट मुंशी अजय और पुलिस इंस्पेक्टर मंदीप को निलंबित किया है। विज ने एक अन्य शिकायतकर्ता के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के आदेश भी दिए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार गृहमंत्री ने बताया कि मुंशी के पास बहुत सारी शिकायतें मिलीं है। जिन्हें पंजीकृत नहीं किया गया है। इसके अलावा जो नाइट मुंशी है उसके पास भी शिकायतें मिलीं है और यह नाइट मुंशी बिना वर्दी के थाने में घूम रहा था, जिन्हें निलंबित किया है। थाने में जाली करंसी भी मिली है, जो बैंक ने थाने में जमा कराई है और बहुत दिनों से इस मामले को दर्ज नहीं किया। वही पुलिस थाना के प्रभारी (एसएचओ) के कार्यालय से बहुत से आवेदन ऐसे है जो अब तक मिले ही नहीं है और उन पर कोई कार्रवाई भी नहीं हुई है। इसलिए थाना प्रभारी (एसएचओ), मुंशी और नाइट मुंशी को निलंबित किया है।

हरियाणा के गृह मंत्री के अनुसार थाने में किसी भी कर्मचारी की कोई रवानगी नहीं दिखाई गई और थाने में ना ही कोई संतरी तक मौजूद है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि थाने के इंस्पेक्टर द्वारा कोई थाने में काम करने वाले कर्मियों की कोई लिखित-पढ़त भी नहीं की गई है। मिली जानकारी के अनुसार विज ने कहा कि मैं समझता हूं कि यह पहला थाना है जिसमें कोई संतरी नहीं हैं, कोई भी आए, लूट ले और चला जाए।

गृहमंत्री ने एक महीने की एफआइआर की एक्शन-टेकन रिपोर्ट मांगी है। पंचकूला ने 143 एफआइआर के बारे में जिन पर अब तक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हुई है, उसकी भी जानकारी मांगी है। इसके अलावा विज ने एक शिकायतकर्ता के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उसने गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई। परंतु बाद में इस शिकायकर्ता ने समझौता पत्र लगा दिया। इसका मतलब ये व्यक्ति इतने गंभीर आरोप लगाकर पुलिस का नाजायज फायदा उठा रहा है। विज डीसीपी को इस शिकायतकर्ता के खिलाफ भी पर्चा दर्ज करने को कहा है। यह शिकायतकर्ता किसी ङ्क्षसगापुर कंपनी का कर्मचारी है। ऐसे कई मामलों के बारे में पुलिस आयुक्त और डीसीपी को एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि होमगार्ड के जवान ने जो एफआइआर दर्ज करवाई थी। उन्होंने उसके ऊपर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। होमगार्ड की दर्खास्त पर एफआइआर दर्ज की है, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई है और तुरंत कार्रवाई के आदेश दे दिए हैं।