November 18, 2024

जीएसटी से सिकुड़ी मां की चुनरी…

नवरात्रि की रौनक पड़ी फीकी, बाजार में पसरा सन्नाटा

Poonam Chauhan/Alive News : त्यौहारों का सीजन शुरू हो चुका है, बाजार अपने चरम पर है लेकिन लोगों की कमी बाजार की चकाचौंध पर भारी पड़ रही है। जीएसटी और नोटबंदी का असर नवरात्रि की रौनक को फीका कर रही है। जीएसटी के लागू होने के बाद इसको लेकर व्यापारियों में दो महीने बाद भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

एक ओर जहां दुकानदार जीएसटी के मानक पूरे करने के लिए जद्दोजहत कर रहे है और वहीं आम जनता पर मंहगाई का बोझ लगातार भारी पड़ता दिख रहा है। इस बार नवरात्रि और दशहरा पर भी जीएसटी का असर साफ दिख रहा है। नवरात्रि पूजन की खरीदारी करने वाली गृहणीयों में मायुसी देखी जा रही है। दुकानदार निशात शर्मा ने बताया कि मोदी सरकार ने जीएसटी लागू करके हर सामान महंगा कर दिया है।

हम नवरात्रि का त्यौहार बड़े ही उल्लास के साथ मनाते हैं, लेकिन इस बार जीएसटी के कारण मां की साज-सज्जा की चीजें महंगी हो गई हैं, और इस त्यौहार का रंग भी फीका हो रहा है। वहीं दुकानदार मनीष ने बताया कि इस साल पीतल और स्टोन की प्रतिमाओं में 18 प्रतिशत टैक्स लगाया गया है। इससे प्रतिमाओं में करीब 25 फीसदी बढ़ गयी है। महंगाई की वजह से ही नवरात्रि की बाजार में संनाटा दिख रहा है। वहीं फलों के दाम बढ़ गए हैं।

पंचमेवा के दम में भी 30 से 40 फीसीदी तक वृद्धि हुई है। दुकानदार अरूण सुखैजा ने बताया कि जो लोग पहले बड़ी चुनरी की डिमांड करते थे, आज वहीं लोग 100 से 150 की चुनरी से ही काम चला रहे है क्योंकि लोगों का बजट बिगड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि वह पिछले 20 सालों से दुकान लगा रहे है लेकिन ऐसी मंदी मार्किट में कभी देखने को नहीं मिली। लोग अब त्यौहार की खरीदारी करने से बच रहे है।