November 16, 2024

ग्रेटर फरीदाबाद: सोसाइटियों में आवारा कुत्तों और बंदरों का उत्पात, लोग घरों में कैद होने के लिए मजबूर

Faridabad/Alive News: बंदर और आवारा कुत्ते इन दिनों सिर्फ कॉलोनी या सेक्टर ही नहीं बल्कि सोसाइटी के लोगों के लिए भी घातक साबित हो रहे हैं। कुत्तों के उत्पात के कारण लोग घरों में कैद होने के लिए मजबूर हैं। सोसाइटी के पार्क में मंगलवार सुबह भ्रमण के लिए गई बुजुर्ग महिला पर अचानक एक दर्जन कुत्तों ने हमला कर दिया। जिससे महिला बुरी तरह जख्मी हो गई। ग्रेटर फरीदाबाद के लोगों के अनुसार कुत्तों के काटने के मामले बढ़ने लगे हैं आए दिन कोई न कोई इनका शिकार हो रहा है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं।

दरअसल, शहर के लोग आवारा कुत्तों और बंदरों के उत्पात से परेशान हैं। मंगलवार सुबह भ्रमण के लिए निकली आरपीएस पाम सोसाइटी निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला को पार्क में करीब एक दर्जन कुत्तों ने घेर लिया और हमला कर दिया। इसमें महिला बुरी तरह जख्मी हो गई हैं। महिला की माने तो सोसाइटी में 20 से 25 कुत्ते हैं जो लोगों पर हमला कर रहे हैं। अभी तक 10 से 12 लोगों को घायल कर चुके हैं। कुत्तों और बंदरों के उत्पात के कारण बच्चे और बुजुर्ग शाम को पार्कों में नहीं जाते अपने फ्लैट तक सीमित हो गए हैं।

सोसाइटी में चौकीदारों की संख्या कम
लोगों के आरपीएस पाम सोसाइटी में करीब 15 से 20 चौकीदारों की जरूरत है। लेकिन ड्यूटी पर केवल पांच से सात चौकीदार होते हैं। वह भी सही से ड्यूटी नहीं देते। सोसाइटी का गेट हमेंशा खुला रहता है। जिससे आवारा पशु सोसाइटी में प्रवेश कर जाते हैं। महिला पर कुत्तों द्वारा हमला के दौरान पार्क और गेट के आसपास कोई चौकीदार नहीं था। यदि कोई चौकीदार होता तो बुजुर्ग इतनी बुरी तरह से घायल नहीं होती।

कई सोसाइटी के लोग परेशान, जिम्मेदारों ने साधी चुप्पी
आरपीएस पाम, सवाना, बीपीटीपी सहित अन्य सोसायटियों में आवारा कुत्तों और बंदरों से डर का माहौल है। आरपीएस सवाना के प्रधान जितेंद्र भल्ला ने बताया कि सोसाइटी में आवारा कुत्तों और बंदरों की संख्या सौ से भी अधिक है। ऐसे में 12 हजार लोग डर के माहौल में जी रहे हैं। इसकी शिकायत 6 मई को वन्यजीव विभाग और नगर निगम को लिखित में की जा चुकी हैं। दोनों विभागों के अधिकारियों द्वारा सुनवाई तो दूर की बात हैं किसी से सोसाइटी ने झांक कर भी नही देखा। जिम्मेदारों की लापरवाही आम लोगों पर भारी पड़ रही है।

क्या कहना है लोगों का
आरपीएस पाम सोसाइटी में आवारा कुत्तों ने लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है, कुत्तों के कारण 2000 लोगों में भय का माहौल है। नगर निगम को कई बार इस संबंध में शिकायत की गई है लेकिन अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
-इंदिरा कोठारी, प्रधान, आरडब्ल्यूए, आरपीएस पाम

सोसाइटी में आवारा कुत्तों और बंदरों के उत्पात के कारण लोग घरों में कैद हो गए हैं, नगर निगम को इनकी नसबंदी करानी चाहिए। जिससे लोगों को इस समस्या से छुटकारा मिल सके।
-दीपा सक्सेना, स्थानीय निवासी, ग्रेटर फरीदाबाद