Palwal/Alive News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती के अवसर पर देश की पांच ग्राम सभाओं के साथ जल-जीवन मिशन योजना के तहत वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान उन्होंने गांव के प्रधानो से संवाद किया। उन्होंने पहाड़ पर पानी की समस्या और उसके हल पर विस्तार से बात की। आज पहाड़ के काम आ रहा है। पहाड़ का पानी संवाद के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहाड़ का पानी और जवानी कभी भी पहाड़ के काम नहीं आती है, लेकिन आज पहाड़ का पानी और जवानी पहाड़ के ही काम आ रही है। शनिवार को देशभर के गांवों के लोगों से भी प्रधानमंत्री ने वर्चुअल संवाद किया।
प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारी गांव पहुंचे और कार्यक्रम में शामिल हुए। जल जीवन मिशन की मोबाइल ऐप लॉन्च की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायतों से संवाद के बाद जल-जीवन मिशन के मोबाइल ऐप और राष्ट्रीय जल-जीवन कोष को लॉन्च किया। इस दौरान उन्होंने पानी समितियों से भी वर्चुअली संवाद किया। पीएम मोदी ने कहा कि जल संरक्षण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। पानी को हमें प्रसाद की तरह इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए हमें युद्ध स्तर पर प्रयास करने होंगे।
उन्होंने कहा कि पानी को लेकर हमें आदतें बदलनी होंगी। पानी बर्बाद करने से बचाना होगा। साथ ही किसान भी कम पानी वाली फसलों पर ज्यादा जोर दें। बता दें, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2019 में जल-जीवन मिशन की घोषणा की थी। इस मिशन का उद्देश्य हर घर में पानी की सप्लाई पहुंचाना है। वर्तमान में ग्रामीण इलाकों में सिर्फ 17 प्रतिशत लोगों के पास ही पानी की सप्लाई है। जिले के सिंचाई विभाग से आए कनिष्ठï अभियंता मोहित कुमार, अनमोल, पंकज गुप्ता एवं सुशांत ने भी ग्राम पंचायत छांयसा में अपनी बात रखी।