Faridabad/Alive News: बीडीपीओ अजीत सिंह के खिलाफ सरकार को गुमनाम चिट्ठी मिलने के बाद अजीत सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। चिट्ठी मिलने के बाद सरकार ने चिट्ठी में अजीत के उपर लगाए गए आरोपों की जांच करवा रही है।
गुमनाम चिट्ठी में बीडीपीओ पर भ्रष्टाचार को संरक्षण देने और आम जनता के साथ बदसलूकी करने का आरोप है। ये गुमनाम चिट्ठी विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक और निदेशक संजय जून को मिली है। इसके अलावा चिट्ठी में कहा गया है कि जब से बीडीपीओ अजीत सिंह बल्लभगढ़ ब्लॉक में तैनात हुए हैं, तब से आफिस भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है।
वहीं बीडीपीओ का व्यवहार न तो पब्लिक के प्रति ठीक है और नहीं कर्मचारियों के प्रति। होडल में तैनाती के दौरान रंगे हाथ पकड़े जा चुके हैं। इन्हें ग्राम सचिव से प्रमोट कर बीडीपीओ बनाया गया है। ऐसे अधिकारी का पद पर बना रहना ठीक नहीं है।