November 17, 2024

सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक बनाना है भारतवर्ष को टी बी मुक्त

Faridabad/Alive News: डीसी एवं जिला अध्यक्ष रैड क्रॉस सोसाइटी विक्रम सिंह के मार्गदर्शन मे जिला रैडक्रॉस भवन सेक्टर-12 मे जिला रेड क्रॉस सोसायटी और विक्टोरा फाउंडेशन फरीदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में आर्थिक रूप से कमजोर तपेदिक के 100 मरीजो को विशेष पोषाहार वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे सुषमा गुप्ता, वाईस चेयरपर्सन, भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, हरियाणा राज्य शाखा, चंडीगढ़ ने शिरकत की।

मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन मे कहा कि प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि वर्ष 2025 तक भारतवर्ष को टी बी मुक्त बनाना है। सभी नागरिकों की भागीदारी से प्रधानमंत्री के सपने को सभी समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से ही पूर्ण किया जा सकता है। अतः इस मुहिम को सार्थक करते हुए फरीदाबाद की स्वंयमसेवी संस्था अहम भूमिका निभा रही है।

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित अजय सोमवंशी, सी०एस०आर० हेड विक्टोरा ऑटो ग्रुप द्वारा जि़ला रैड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद द्वारा संचालित मुहीम को बहुत ही सार्थक बताते हुए तपेदिक के रोगियों से अपील करते हुए कहा कि तपेदिक रोग का इलाज नही है। यदि इसकी पूरी दवाइयों का सेवन पूर्ण रूप से किया जाए । उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जिला रेड क्रॉस सोसाइटी जब भी टी बी के रोगियों के लिए ऐसा कोई कार्यक्रम करेगी तो विक्टोरा फाउंडेशन सदैव अपना सहयोग देगी।

इस अवसर पर उनके द्वारा बताया गया की उनकी फाउंडेशन के द्वारा आई०ऍम०टी० फरीदाबाद में एक क्लिनिक शुरू किया गया है। जहां पर सिर्फ 10 रूपये में स्वास्थ्य संबंधी जांच की जाती है। उन्होंने उपस्थित टी बी के मरीजों से अपील की वह जब भी आवश्यकता हो अपनी जांच वहां पर करवा सकते हैं।
जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव बिजेन्द्र सौरोत ने बताया कि तपेदिक की बीमारी बहुत ही खतरनाक बीमारी है, परन्तु का इलाज नहीं है इस बीमारी से सफल इलाज यह है कि पोष्टीक आहार ले और समय-समय पर अपनी जांच कराए।

उन्होने बीमारी से बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह रोग एक खतरनाक संक्रामक रोग है। सही समय पर इसका ईलाज नहीं होने पर यह जानलेवा हो सकती है। इसलिए अपने आप को इस बीमारी की चपेट में आने से बचाने के लिए आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है। जिससे आप खुद व अपने परिवार को इस जानलेवा रोग की चपेट में आने से बचा सकें।
विमल खंडेलवाल संरक्षक रैड क्रॉस ने सभी उपस्थित तपेदिक रोगियों से अपील करते हुए कहा कि तपेदिक के रोगी को दवाइयों का नियमित सेवन करना जरूरी है। जिससे कि बीमारी से छुटकारा पाया जा सके।

प्रताप सिंह सेवानिवृत्त अधीक्षक एवम आजीवन सदस्य के द्वारा बताया गया कि तपेदिक के लक्षणों की पहचान करके तत्काल प्रभाव से इलाज बेहद जरूरी है। उन्होंने सभी तपेदिक रोगियों को विशेष पोषाहार लेने पर बल दिया तथा खाने में उन फलों और सब्जियों को शामिल करें। जो कि आपको अंदर से सेहतमंद रखें और शरीर की ताकत बढ़ाए।

डॉ एमपी सिंह, चीफ वार्डन सिविल डिफेन्स ने सभी तपेदिक रोगियों को प्रधानमंत्री के सपने के अनुसार वर्ष 2025 तक देश को टी बी मुक्त बनाने के लिए सभी उपस्थित तपेदिक रोगियों को शपथ दिलवाई।
कार्यक्रम संयोजक पुरषोत्तम सैनी व मधु भाटिया ज़िला तपेदिक समन्वयक ने तपेदिक की बीमारी से बचाव के बारे में बताते हुए कहा कि तपेदिक कि बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लडऩे में लहसुन कारगार होता है, रोगाणुरोधी गुण से भरपूर लहसुन, प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ावा दे सकता है।

उन्होंने कहा कि पुदीने में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो तपेदिक से प्रभावित ऊतकों के उपचार में मददगार साबित हो सकते हैं। इसी के साथ आंवला भी लेना चाहिए आंवले में जीवाणुरोधी गुण होते हैं।कुमारी मधु भाटिया के द्वारा बताया गया कि टी बी प्रोजेक्ट में कार्यरत स्वयं सेवक समय-समय पर तपेदिक रोगियों को परामर्श देते है तथा उनको दवाईयों का निरंतर सेवन करने बारे में पूर्ण जानकारी रखते हैं।इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर दुर्गेश, प्रवक्ता राजकीय नेहरू कॉलेज फरीदाबाद के द्वारा किया गया।
इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से बीरेंदर गौर उप सरंक्षक, विमल खंडेलवाल, सरंक्षक, सुशिल, रामबरन यादव, रामकिशोर,
बृजमोहन शर्मा, प्रेम, रानी, परवीन व अन्य रेडक्रॉस स्टाफ ने पूर्ण सहयोग दिया।