May 20, 2024

बारिश से टूटी सड़कों और नदियों के किनारों को मजबूत करवाएं अधिकारी – डिप्टी सीएम

Chandigarh/Alive News : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नदियों के किनारों को मजबूत किया जाए और जहां-जहां सड़कें टूटी हुई हैं उनको जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए। उन्होंने सिरसा जिला के गांव ओटू से लेकर जीवननगर-रानियां रोड की तरफ जाने वाली घग्घर नदी के दोनों किनारों को मजबूत करने और इन किनारों की मोटाई बढाकर उन पर सड़क बनाने के भी निर्देश दिए। डिप्टी सीएम बुधवार को यहां लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हाल में आई बाढ़ से प्रभावित गांव, खेत-खलिहानों के अलावा नदियों, सड़कों और सरकारी विश्राम गृहों आदि को हुए नुकसान के बारे में रिपोर्ट ली। उन्होंने कहा कि राज्य के 12 जिलों में आई बाढ़ एवं कुछ अन्य जिलों के हिस्सों में हुई तेज बारिश के कारण पानी के बहाव से हाइवे सहित कई सड़कों को नुकसान हुआ है। डिप्टी सीएम ने इन सड़कों को शीघ्र ठीक करने के निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के लोगों के आवागमन को सुविधाजनक करना हमारी प्राथमिकता में शामिल है और इसके लिए धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी।

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश की विभिन्न बरसाती ड्रेनों की जानकारी लेते हुए कहा कि इनकी सफाई नियमित होनी चाहिए तथा रुकावट को दूर करके ग्रामीण आबादी और खेतों से पानी की निकासी तुरंत की जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आबादी को बाढ़ के पानी से बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश से गुजरने वाली नदियों की बाढ़ की रिपोर्ट लेते हुए कहा कि जहां-जहां आवश्यकता है, वहां-वहां नदियों और नहरों के किनारों को मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि किनारे चौड़े और मजबूत होने से मॉनिटरिंग करने और यातायात के लिए भी प्रयोग किया जा सकेगा।

डिप्टी सीएम ने कहा कि घग्घर नदी, जो सिरसा जिला के गांव ओटू से लेकर जीवन नगर-रानियां रोड (राजस्थान बॉर्डर की तरफ जाने वाली सड़क) की ओर जाती है, के किनारों को और अधिक चौड़ा करके मजबूत किया जाए। इन चौड़े किनारों पर सड़क भी बनाई जाए। इससे जहां क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांव बाढ़ के भय से मुक्त हो जाएंगे, वहीं इस सड़क का उपयोग यातायात के लिए भी हो सकेगा। उपमुख्यमंत्री ने राज्य के लोक निर्माण विभाग के विभिन्न विश्राम गृहों की भी रिपोर्ट ली, जहां पर नए विश्राम गृह बनाए जा रहे हैं वहां की प्रगति रिपोर्ट भी ली।