Faridabad/Alive News : केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने वीरवार को सेक्टर-12 के हेलीपैड ग्राउंड में जिला फरीदाबाद के छह विधानसभा क्षेत्रों की 1500 छात्राओं को आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में स्कूली छात्राओं को टैबलेट वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने अपने संबोधन में उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश के विकास में शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। किसी भी देश का विकास शिक्षा के बिना संभव नहीं हो सकता। हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देशों अनुसार टेबलेट के जरिए टेक्नोलॉजी शिक्षा का विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की 2020 की शिक्षा नीति को के बेहतर क्रियान्वयन के लिए टैब एक जरूरी साधन है।
विद्यार्थियों को व्यावहारिक, किताबी और टेक्नोलॉजी शिक्षा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार द्वारा ढाई लाख विद्यार्थियों को टैब वितरित किए जा चुके हैं और सरकार का लक्ष्य है कि 60 हजार विद्यार्थियों को टेब मिले जो आधुनिक 2020 की शिक्षा नीति का बेहतर तरीके से क्रियान्वित कर अच्छी पढ़ाई करके देश को विकसित बनाने में विद्यार्थी पढ़ लिखकर भागीदारी सुनिश्चित कर सकें। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि गत मई माह में जिला में लगभग 22 हजार टैब 10वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों और उनके अध्यापकों को वितरित किए थे। अब यह टैब 11वीं के विद्यार्थियों को वितरित किए जा रहे हैं। आज 5100 छात्राओं को यह टैब वितरित किए गए हैं।
देश में हरियाणा सरकार ने सरकारी स्कूल के 10वी, 11वीं और 12 वीं कक्षाओ के बच्चों के लिए नई क्रांति के दिन से कम नही है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बीते दो साल में लगभग साढ़े चार लाख से अधिक बच्चों ने सरकारी स्कूल में एडमिशन लिया है। इतनी संख्या में बच्चे जब सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए आते है तो वह सरकार के प्रति अपना विश्वास जता रहे है और वह सरकार की शिक्षा निति से संतुष्ट है। सरकार जब बच्चों के भविष्य की चिंता करने लगे तो समझ लीजिये की इन बच्चों का भविष्य बहुत सुनहरा और सुरक्षित है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर मुकेश वशिष्ठ,अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, डीआईपीआरओ राकेश गौतम, रेडक्रॉस के सचिव बिजेंद्र सरोत व शिक्षा विभाग के अधिकारी तथा अन्य कई गणमान्य व्यक्ति और अध्यापकगण मौजूद थे।