Chandigarh/Alive News: कृषि कानून के विरोध में शनिवार को किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर संपूर्ण क्रांति दिवस मनाया। प्रदेश में जगह जगह प्रदर्शन किए गए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि किसी को कानून-व्यवस्था में बाधा नहीं डालनी चाहिए। प्रदर्शन शांति से करना चाहिए। यदि प्रदर्शन कानून और व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित करता है, तो हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
जानकारी के मुताबिक पंचकूला में किसानों ने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए माजरी चौक, पिंजौर टोल प्लाजा और नग्गल टोल प्लाजा बरवाला, रायपुररानी सहित कई जगह प्रदर्शन किया। किसान अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए माजरी चौक पर आ गए। किसानों को हटने के लिए कहा गया लेकिन किसानों ने अनसुनी करते हुए बैरिकेट हटाने का प्रयास किया। इस पर पुलिस की ओर से लाठी चार्ज कर दी गई है।
भारतीय किसान यूनियन के पिंजौर ब्लॉक प्रधान गुरजंट सिंह की अगुवाई में टोल प्लाजा चंडीमंदिर से किसान पंचकूला की ओर रवाना हुए। वह माजरी चौक पर आ गए। उन्होंने बताया कि सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। कृषि कानून किसानों के हित में नहीं है। इस दौरान किसानों ने कृषि कानून की प्रतियों को जलाया। इस मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। सिरसा में सांसद सुनीता दुग्गल के आवास के आगे कृषि कानून की प्रतियां जलाईं। इससे पहले किसान सुबह 11 बजे शहीद भगत सिंह स्टेडियम में इकट्ठा हुए।
किसानों ने पैदल ही हुडा सेक्टर स्थित सांसद के आवास की ओर मार्च किया। सांसद की आवास की सुरक्षा के लिए मौके पर डीएसपी कुलदीप बेनीवाल के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात था। किसानों ने पहले सुरक्षा चक्र पर आकर आगे जाने के लिए डीएसपी से गुहार लगाई। किसानों के अनुरोध पर दूसरे बैरिकेड पर किसानों को आने दिया गया। इसके बाद किसानों ने दूसरे के पास जाकर तीन कृषि कानून के विरोध में प्रतिया जलाकर सांसद और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों के दूसरे गुट ने किसान चौक पर तीन कृषि कानून के विरोध में बिल की कॉपियां जलाई।