Health/Alive News : किसी भी पदार्थ को अधिक मात्रा में लेना हमारी सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। ऐसा ही, हम शुगर यानी चीनी के साथ करते हैं, या तो हम इसे बहुत अधिक मात्रा में खाते हैं, या इसे बिल्कुल ही अपनी डाइट से बाहर कर देते हैं। लेकिन किसी भी खाने को मॉडिरेशन में खाने की अहमियत को हमें समझना होगा।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन भी इस ओर हमारा ध्यान खींचते हुए बताता है कि खाने में फ्री शुगर यानी अलग से मिलाए जाने वाले शुगर की मात्रा को कम करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। WHO की गाइडलाइन्स के मुताबिक व्यस्कों और बच्चों को फ्री शुगर की मात्रा को अपनी कुल एनर्जी इनटेक के 10 प्रतिशत से कम रखना चाहिए। इस मात्रा को अगर 5 प्रतिशत से कम किया जाए, तो यह अतिरिक्त स्वास्थय लाभ प्रदान कर सकती है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की इस सुझाव के पीछे ठोस वैज्ञानिक एविडेंस हैं, जिनके अनुसार, जो व्यस्क अपनी डाइट से फ्री शुगर की मात्रा कम करते हैं, उनका वजन कम होता है, उन लोगों की तुलना में, जो अधिक शुगर को अपनी डाइट में शामिल करते हैं।
बॉडी फैट बढ़ाता है
शुगर हमारी ऊर्जा का स्त्रोत होता है, लेकिन प्रोसेस्ड फूड आइटम्स और चाय, कॉफी आदि में शुगर की मात्रा अधिक होने की वजह से बॉडी फैट बढ़ सकता है, जिस वजह से अचानक से वजन बढ़ने जैसी समस्या हो सकती है। इस तरह से वजन बढ़ना आपके हार्ट और लिवर दोनों के लिए ही काफी हानिकारक हो सकता है। अनहेल्दी वजन आपको मोटापे का भी शिकार बना सकता है।
खराब स्किन हेल्थ
शुगर की मात्रा खाने में अधिक होने की वजह से आपकी त्वचा को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसमें सबसे प्रमुख हैं, एक्ने और प्रीमेच्योर एजिंग। शुगर की मात्रा बढ़ने की वजह से आपका हार्मोनल बैलेंस बिगड़ सकता है, जो एक्ने की वजह बन सकता है। इसके अलावा, ज्यादा शुगर की वजह से फ्री रेडिकल डैमेज अधिक हो सकती है, जिस वजह से एजिंग की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
शुगर एडिक्शन
अधिक शुगर खाने की वजह से आपको बार-बार शुगर खाने की क्रेविंग होगी। यह ब्लड में शुगर लेवल स्विंग होने की वजह से हो सकता है, जो काफी नुकसानदेह होता है। ब्लड में शुगर लेवल अचानक से बढ़ने और घटने की वजह से थकावट की समस्या भी हो सकती है।