Faridabad/Alive News: किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी द्वारा खोरी गांव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सार्वजनिक तौर पर पाकिस्तानी कहे जाने पर बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा ने कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि पुरूषार्थी पंजाबी समाज मेहनतकश है तथा इस समाज ने अपनी मेहनत के बल पर ही समाज में अपनी पहचान कायम की है। यह वह समाज है जिसने 1947 में पाकिस्तान से यहां आकर अपना विशेष स्थान बनाया तथा उस समय के प्रधानमंत्री द्वारा पुरुषार्थी समाज के लिए पेंशन देने की सुविधा को भी यह कहकर नकार दिया था कि हम मेहनतकश है और अपनी मेहनत के बल पर ही अपना जीवनयापन करेंगे।
उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में इस समाज की मेहनत का ही परिणाम है कि आज फरीदाबाद विश्व स्तर पर अपना स्थान बनाए हुए है, ऐसे समाज को पाकिस्तानी और रिफ्यूजी कहना मेहनतकश जनता का अपमान है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इसी समाज का एक हिस्सा है और उन्होंने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष के बल पर इस समाज का नाम रोशन किया है। त्रिखा ने कहा कि पुरुषार्थी समाज की रगों में अचल हिन्दुस्थानी खून बहता है, अगर यह समाज पाकिस्तानी होता तो 1947 में हिन्दुस्तान के बंटवारे के समय पाकिस्तान में अपना सब कुछ छोड़कर हिन्दुस्तान में नहीं रहता।
उन्होने कहा कि गुरनाम सिंह चढूनी को इस अपराध के लिये सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए क्योंकि जिस समाज ने हिंदुत्व की खातिर अपने पूर्वजों की कुर्बानियां दी और देश की आज़ादी की लड़ाई में शहीद भगत सिंह और शहीद मदन लाल ढींगड़ा जैसे अनेकों माँ के छोटे छोटे लाल ने कुर्बानी देकर इस समाज का सिर ऊंचा उठाकर रखा था, ऐसे समाज को रिफ्यूजी और पाकिस्तानी कहना सबसे बड़ा अपराध है। उन्होंने कथित किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी पर अपने हितों के लिए किसानों पर भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि चढूनी जैसे तथाकथित नेता अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए ऊल जलूल बयानबाजी कर समाज को बांटने का काम कर रहे है, जिसे किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।