Poonam Chauhan/Alive News : देश में जहां सफाई अभियान के नाम पर करोड़ो रूपए पानी की तरह बहाया जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सफाई अभियान को लेकर विशेष अभियान छेड़ा हुआ है, वहीं शहर के अधिकारी और कर्मचारी सफाई अभियान को लेकर कितने जागरूक है, इसका अंदाजा आपको कृष्णा कालोनी के ताजा हालात को देखकर लगाया जा सकता है।
सैक्टर-20 के कृष्णा कालोनी में पिछले चार सालों से नालियों की सफाई नहीं हुई है और नालियां गंदगी से बजबजा रही है। इतना ही नही चारो ओर गंदगी का ढेर लगा हुआ है और नगर निगम अधिकारी मूकदर्शक बने बैठे हैं। आलम यह है कि सफाई अभियान क्षेत्र में एक मखौल बनकर रह गया है।
अधिकारी सुनते नहीं और कर्मचारी आते नहीं यहीं सिलसिला जारी है। नालियों की साफ-सफाई न होने के कारण नालियां गंदगी से पटी हुई है। आलम, यह है कि बरसात के दिनों में पानी की निकासी बड़ी मुश्बित बन जाता है, नालियों में कचरा भरा होने के कारण पानी निकासी में रूकावट आती है और नाली का गंदा पानी सडक़ों और लोगों के घरो में भरने लगता है। जिससे स्थानीय निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इतना ही नहीं क्षेत्र में जगह-जगह कूड़े का ढ़ेर लगा हुआ है जिससे किसी भयानक बिमारी के होने का आशंका है। आज डेंगू, मलेरिया और स्वाईन फ्लू जैसी बिमारियां लोगों के लिए आफत बनी हुई हैं ऐसे में साफ-सफाई का ना होना जैसे किसी बड़ी बीमारी को निमन्त्रण देने जैसा लगता है।
चारो को बिखरा कूडा :
कृष्णा कालोनी इन दिनो कूडे के ढेर में तब्दील हो गई है चारो ओर कूडा कचरा फैला हुआ है। इसके बावजूद भी निगम अधिकारी कोई एक्शन लेने को तैयार नही हैं। इसे लोगों का दुर्भाज्य समझा जाए या फिर अधिकारियों की खानापूर्ति, खैर जो भी हो लोगों को यहां नरकिय जीवन जीना पड़ रहा है।
सफाई अभियान का क्या हुआ?
अभी कुछ ही महीनों पहले मोदी के सफाई अभियान को कामयाब बनाने के लिए शहर के नेता और हर सरकारी दफ्तर का स्टाफ और अधिकारी हाथ में झाडू थामे अखबार की सुर्खियों बटौर रहे थे, अब कहां गया सफाई अभियान, कहां गए वो लोग? क्या उन्हे कृष्ण कालोनी की गंदगी या फिर यहां के लोगों के हालात नजर नहीं आ रहे। या फिर ये सब सिर्फ फोटो सेशन तक ही सीमित था।