April 28, 2024

दिग्विजय सिंह बोले- बच्चों में नफरत का जहर भरते हैं शिशु मंदिर, BJP का पलटवार

Bhopal/Alive News : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा है. एक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बीजेपी और आरएसएस के सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों के मन में बचपन से ही नफरत का बीज बो दिया जाता है जो आगे चलकर संप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है. दिग्विजय सिंह का ये बयान अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है.

दरअसल, भोपाल में 19 विपक्षी दलों ने बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ धरने का आयोजन किया था. इस धरने को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने बीजेपी और आरएसएस पर जमकर हल्ला बोला. दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह सही समय है जब बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा से लड़ने के लिए सभी दलों को एक मंच पर आना होगा.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारी लड़ाई उन लोगों से है जो बचपन से ही सरस्वती शिशु मंदिर में बच्चों के दिल और दिमाग में दूसरे धर्म के लिए नफरत का बीज बोते हैं. वही नफरत का बीज आगे बढ़कर देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है. सांप्रदायिक कटुता पैदा करता है, धार्मिक उन्माद फैलाता है और देश में दंगे फसाद होते हैं. दिग्विजय सिंह का यह बयान सोशल मीडिया में वायरल हो गया है.

बीजेपी ने दिग्विजय सिंह पर किया पलटवार
दिग्विजय सिंह के वायरल हो रहे बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर दिग्विजय सिंह से सवाल किया है कि आतंकवादी ओसामा के नाम के साथ ‘जी’ लगाना, आतंकी जाकिर नाईक को ‘शांतिदूत’ बताना, बाटला हाउस एनकाउंटर को झूठा बोलकर इंस्पेक्टर मोहन शर्मा की शहादत को अपमानित करना, सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगना, ये सब कांग्रेस की किस पाठशाला में पढ़ाया जाता है? देश जानना चाहता है.

वहीं, बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने दिग्विजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को बोलना है तो उन मदरसों के बारे में कहें जहां आतंकवाद पैदा किया जाता है और मानवता को कुचला जाता है. वहां से अलगाववाद फैलता है. जबकि शिशु मंदिर में राष्ट्रप्रेम, धर्म प्रेम, स्नेह, बंधुत्व और प्यार है. सबको साथ लेकर चलने की क्षमता है ऐसे सरस्वती शिशु मंदिर के बारे में दिग्विजय सिंह के विचार बेहद ही आपत्तिजनक हैं.