May 6, 2024

शादी के सीजन से पहले मार्केट में बढ़ी एडल्‍ट टॉयज की मांग

Ahamdabad/Alive News : शादी का सीजन करीब है और अहमदाबाद में इसे लेकर नए जोड़े कुछ अलग तरीके से तैयारी कर रहे हैं। यहां शादी के सीजन के चलते एडल्‍ट टॉयज की मांग तेजी से बढ़ी है। भारत में एडल्ट टॉयज की सबसे ज्याद खपत अहमदाबाद में होती है और खासतौर पर नवविवाहि‍तों में इनकी मांग कुछ ज्‍यादा ही रहती है। यह नए जोड़े एक दूसरे को गिफ्ट में यह एडल्‍ट टॉयज देना पसंद करते हैं।

एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार ऑनलाइन पोर्टल द्वारा लगाए गए अनुमान में सामने आया है कि हालांकि शहर में एडल्ट टॉयज काफी बिकते हैं लेकिन नवंबर से फरवरी के बीच पड़ने वाले शादी के सीजन में इनकी बिक्री काफी बढ़ जाती है। पिछले कुछ सालों से गुजरात यौन शक्ति बेहतर करने वाले प्रोडक्ट और एडल्ट गेम्स की खपत के मामले में भारत में तीसरा सबसे बड़ा राज्य बना हुआ है।

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विदेशों से मंगाए जाने वाले इन एडल्ट टॉयज और प्रोडक्‍ट को लोगों तक पहुंचाने वाले शाहीबाग स्थित फोरेन पोस्‍ट ऑफिस द्वारा हाल ही में दी गई जानकारी में कई सिक्रेट सामने आए हैं।

एक वेबसाइट देट्सपर्सनल डॉट कॉम के सीईओ समीर सुरैया के अनुसार शादी के सीजन में हम इन प्रोडक्‍ट्स के लिए औसतन 4500 तक के ऑर्डर प्राप्‍त करते हैं। इनमें गिफ्ट पैक करने की मांग ज्‍यादा होती है। हमने शादी के तोहफे के रूप में यौन स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़े प्रोडक्‍ट्स के लिए अब तक 1 लाख रुपए तक के ऑर्डर भी देखें हैं। आम दिनों के मुकाबले दिसंबर से जनवरी के बीच इनकी मांग तीन गुना तक हो जाती है।

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खबर के अनुसार सिर्फ इन तीन महीनों में ही नहीं बल्कि साल में अन्‍य कई मौकों पर एडल्‍ट टॉयज की मांग बढ़ जाती है मसलन नवरात्री, वेलेंटाइंस डे और क्रिसमस-न्‍यू ईयर वीक।

गुजरात फेडरेशन ऑफ केमिस्‍ट एंड ड्रगिस्‍ट एसोसिएशन द्वारा उपलब्‍ध करवाए गए आंकड़ों के अनुसार नवरात्री में इन प्रोडक्‍ट्स की सेल 360 प्रतिशत तक बढ़ जाती है जबकि वेलेंटाइंस डे पर सबसे ज्‍यादा होती है। ऑर्डर किए जाने वाले प्रोडक्‍ट्स में कंडोम, पिल्‍स और ऑरल कांट्रासेप्टिव शामिल होते हैं।

एसोसिएशन के अध्‍यक्ष जसवंत पटेल के अनुसार यह सालाना ट्रैंड है और ऑरल कांट्रासेप्टिव, मॉर्निंग आफ्टर पिल्‍स के अलावा यंगस्‍टर्स नवरात्री के दौरान कंडोम सबसे ज्‍यादा खरीदते हैं।

यह प्रोडक्‍ट बेचने वाली एक अन्‍य वेबसाइट की को-फाउंडर दिव्‍या बताती हैं कि इस तरह के प्रोडक्‍ट की मांग टीयर थ्री शहरों से ज्‍यादा होती है। जो क्‍वेरीज आती हैं उनमें से 65 प्रतिशत छोटे शहरों मसलन आणंद, वापी, भावनगर और अंकलेश्‍वर जैसी जगहों की होती है।