November 23, 2024

नवंबर माह में बंद हो सकता है दिल्ली-आगरा हाईवे, इन वैकल्पिक मार्गों का वाहन चालक कर सकते है प्रयोग

Faridabad/Alive News: दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर कैल गांव के पास इंटरचेंज के लिए गाडर रखने का कार्य इसी माह में शुरू होगा। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह कार्य 20 नवंबर से शुरू हो सकता है। कैल गांव के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का इंटरचेंज बनाया जा रहा है, यहां राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों ओर पिलर खड़े किए जा चुके हैं।

अब इन पिल्लरों पर 60-60 मीटर लंबे, 60 फुट ऊंचाई पर आठ गाडर रखे जाने हैं। इसके लिए राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन दो घंटे के लिए पूरी तरह बंद करना पड़ेगा। कैल गांव के पास चूंकि प्रमुख मार्गों पर डाइवर्जन नहीं है, इसलिए एनएचएआइ अधिकारियों के लिए यह बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।

बता दें, कि बाईपास पर एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में वाहन चालकों के पास गांवों का मार्ग ही वैकल्पिक रूप में है, पर यह मार्ग जर्जर व संकरे हैं, इसलिए आने वाले दिनों में मुश्किलें खड़ी होंगी। मुश्किलों के समाधान के लिए अब एक्सप्रेस-वे की कंस्ट्रक्शन कंपनी यातायात पुलिस व प्रशासन से संपर्क कर रही है।

प्रमुख शहरों से जुड़ा होने के कारण इस पर 24 घंटे सघन यातायात रहता है। इसलिए यातायात को रोकना यानी शहर की रफ्तार पर ब्रेक लगाना है। अधिकारियों की मानें तो कम से कम आधा घंटा चाहिए। दो गाडर रखने के बाद काम रोककर कुछ देर के लिए वाहनों का आवागमन शुरू किया जाएगा। यातायात का दबाव हल्का होते ही फिर से दो गाडर रखे जाएंगे। इस तरह चार बार आधे-आधे घंटे के लिए राजमार्ग पर आवागमन बंद होगा। आठ गाडर रखने के बाद ऊपरी हिस्से में लेंटर डालकर सड़क बनाने का काम किया जाएगा।

वैकल्पिक मार्गों पर चल रहा निर्माण कार्य
कालिंदीकुंज से फरीदाबाद सेक्टर-37 तक आगरा नहर के साथ सड़क तैयार की जा रही है और कैल गांव तक बाईपास रोड को चौड़ा कर 12 लेन किया जा रहा है। कैल गांव से आगे सोहना तक छह लेन सड़क बनाई जा रही है, जो केएमपी एक्सप्रेस वे के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से कनेक्ट होगी। कैल गांव के पास यह एक्सप्रेस वे दिल्ली-आगरा राजमार्ग को पार कर रहा है। यहां पर इंटरचेंज बनाया जा रहा है। जो पहले से ही बंद पड़े है।

वाहन चालक यहां से कर सकते है आवागमन
पलवल की तरफ जाने वाले यातायात को बाईपास रोड पर मोड़कर साहूपुरा चौक से सुनपेड़ गांव की तरफ डायवर्ट किया जाए। यहां से वाहन चालक डीग व प्याला होते हुए वापस हाइवे तक पहुंच सकेंगे। इसी तरह दिल्ली की तरफ आने वाले वाहन चालकों को पृथला गांव के पास दूधौला मोड से ततारपुर गांव की तरफ मोड़ दिया जाए। यहां से जटौला, असावटी, डीग, सुनपेड़ व साहूपुरा होते हुए बाईपास रोड तक आ सकेंगे और यहां से कैल गांव के पास हाइवे पर पहुंच सकेगा। हालांकि, ये रूट थोड़ा लंबा है और गांवों के बीच से होकर गुजर रहा है, लेकिन कोई दूसरा विकल्प न होने के चलते इस पर ट्रैफिक डायवर्ट करने का विचार किया जा रहा है।