New Delhi/Alive News : दिल्ली की अदालत ने ‘सुल्ली डील्स’ एप के निर्माता और मास्टरमाइंड ओंकारेश्वर ठाकुर की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। दिल्ली पुलिस ने सुल्ली डील्स एप के निर्माता और मास्टरमाइंड को इंदौर से गिरफ्तार किया था। यह मास्टरमाइंड समुदाय विशेष की महिलाओं को बदनाम करने के लिए बनाए गए ट्विटर पर ट्रेड-ग्रुप का सदस्य था।
मिली जानकारी के अनुसार के दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की यूनिट इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑप्स (आईएफएसओ) सुल्ली डील्स व बुल्ली बाई विवादित एप मामले में करीब 14 आरोपियों का ट्विटर हैंडल मिल गया। इन आरोपियों के ई-मेल आईडी व आईपी एड्रेस के लिए ट्विटर को गुरुवार को पत्र लिखा था। दिल्ली पुलिस ने ट्विटर को जल्द ही जवाब देने के लिए कहा है।
जानकारी के अनुसार पहले ट्विटर हैंडल पर ट्रेड महासभा ग्रुप बना था। इस ग्रुप में आरोपी नीरज बिश्नोई व ओंकारेश्वर ठाकुर के साथ देश भर के करीब 50 लोग जुड़े थे। ट्रेड महासभा ग्रुप इनमें से किसी तीसरे शख्स ने बनाया था। इस ग्रुप पर विचार-विमर्श के बाद सुल्ली डील्स व बुल्लीबाई एप बनी थी। जिसके बाद ग्रुप के करीब 14 सदस्यों को ट्विटर हैंडल मिल गया है। इन हैंडल को बनाने के लिए किस ई-मेल आइडी का इस्तेमाल किया गया, किसने बनाया, किसके फोटो लगे और आईपी एड्रेस क्या है, आदि के लिए ट्विटर को पत्र लिखा है। ट्विटर से जल्द जवाब मांगा गया है।
‘बुल्ली बाई’ एप मामले में गिरफ्तार आरोपी श्वेता सिंह और मयंक रावत को मुंबई की एक स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पूर्व श्वेता ने पुलिस पर पूछताछ के दौरान कथित तौर पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया। दो आरोपियों को मुंबई पुलिस ने महीने के शुरुआत में गिरफ्तार किया था। इस एप के जरिए आरोपी कथित तौर पर मुस्लिम महिलाओं को निशाना बलाते थे। श्वेता सिंह की उम्र 18 साल है जबकि रावत की उम्र 21 साल है और दोनों ने न्यायिक हिरासत में भेजने के तुरंत बाद जमानत की अर्जी दाखिल की।