Chandigarh/Alive News: हरियाणा में कोरोना के मामले कम होते जा रहे हैं लेकिन ब्लैक फंगस ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। गुरुवार को 48 और नए मामले सामने आए हैं। इस समय प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 268 मरीज दाखिल हैं। बढ़ते केसों और दवा की कमी को देखते प्रदेश सरकार ने कोरोना की एक करोड़ वैक्सीन, टोक्लिज़ुमैब और एम्फोटेर्सिन बी और टीके खरीद के लिए वैश्विक निविदा जारी करने का आदेश दिया है।
हरियाणा सरकार केंद्र से ब्लैक फंगस के लिए 12 हजार इंजेक्शन की डिमांड कर चुकी है। गुरुवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में विशेषज्ञों को वैकल्पिक एंटी फंगल इंजेक्शन की तलाश करने की सलाह दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि तकनीकी समिति ने 24 रोगियों के लिए इंजेक्शन को मंजूरी दी है।
डेंटल सर्जन करेंगे स्क्रीनिंग
ब्लैक फंगस के मरीजों की स्क्रीनिंग और मैनेजमेंट को लेकर अब 600 डेंटल सर्जन अस्पतालों में कमान संभालेंगे। इसके लिए स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमली वेलफेयर (एसआईएचएफब्लू) द्वारा सरकारी डेंटल सर्जनों को बीमारी की जांच और प्रबंधन के बारे में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
अब तक मिले इतने केस
अभी तक ब्लैक फंगस के अंबाला में 7 मरीज पाए गए हैं। भिवानी में 10, फरीदाबाद में 40, फतेहाबाद में 5, गुरुग्राम में 109, हिसार में 23, जींद में 2, करनाल में 11, पंचकूला में 4, पानीपत में 8, रेवाड़ी में 3, रोहतक में 20, सिरसा में 24 और सोनीपत-पलवल में 1-1 मामला सामने आया है। वहीं, विभाग के अनुसार, ब्लैक फंगस से सिरसा में 5, गुरुग्राम 3 और सोनीपत 1 मरीज की मौत हो चुकी है।