Faridabad/Alive News : पूर्व निगम पार्षद ओम प्रकाश रक्षवाल और व्यापारी जीतू शर्मा के नाम से सीबीएसई बोर्ड को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया गया है कि शहर में करीब पांच स्कूल फर्जी तरीके से चलाए जा रहे। इतना ही नही पत्र में ओम प्रकाश रक्षवाल और जीतू शर्मा द्वारा फर्जी तरीके से चलाए जा रहे स्कूलों की मान्यता रद्द करने की मांग भी की है।
मामला संज्ञान में आते ही रक्षवाल और जीतू शर्मा ने बताया कि उन्होंने सीबीएसई बोर्ड को ऐसा कोई पत्र नही लिखा है और ना ही बोर्ड से स्कूलों की मान्यता रद्द करने की कोई मांग की है। दोनों ने इस मामले की पुलिस जांच कराने और ऐसी गंदी हरकत करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्यवाही कराने की मांग की है। रक्षवाल का कहना है कि उन्हें बदनाम करने की नियत से किसी ने ऐसी घटिया हरकत की है।
दरअसल, ओम प्रकाश रक्षवाल और व्यापारी जीतू शर्मा की मानें तो यह किसी की शरारत है। उनके नाम से किसी ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड प्रीत विहार, दिल्ली को शिकायत भेजकर आरोप लगाया है कि सेहतपुर, विनयनगर अगवानपुर, काजीरोड एनआईटी, जवाहर कॉलोनी और डबुआ कॉलोनी में पांच स्कूलों ने फर्जी कागजात के आधार पर सीबीएसई बोर्ड की मान्यता हासिल की है।
वहीं यह स्कूल बोर्ड की मान्यता की शर्ताें का पालन नहीं करते। यह सभी स्कूल 1000-1200 वर्गगज की जमीन पर चल रहे हैं। इन स्कूलों में साइंस लैब, कम्प्यूटर लैब, खेल ग्रांउड और पुस्तकालय तक नहीं है। ऐसे में इन सभी की मान्यता रद्द करनी चाहिए। पूर्व पार्षद ओम प्रकाश रक्षवाल और व्यापारी जीतू शर्मा ने कहा कि उन्होंने आज तक किसी स्कूल के बारे में कोई शिकायत की नहीं की। स्कूल से कोई लेना देना तक नहीं है। किसी ने बदनाम करने की नियत से ऐसी हरकत की है। शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन को इसकी जांच करनी चाहिए और जिसने भी फर्जी तरीके उनके नाम शिकायतकर्ता के रूप में दर्शाया है उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।