Faridabad/Alive News: का का काम किया। विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अयोध्या में बने प्रभु श्रीराम के मदिंर के निर्माण के उपलक्ष में धन्यवाद प्रस्ताव पढा था जिसपर विधायक नीरज शर्मा ने सदन में कहा कि जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी। सो नृपु अवसि नरक अधिकारी।। यानि कि जिस शासक के राज्य में जनता दुखी रहती है वह अवश्य ही नरक का अधिकारी होता है।
एनआईटी विधानसभा के विकास कार्यो की 28 करोड रू की फाईल जोकि मुख्यमंत्री कार्यालय में लम्बिंत है और सदन में मुख्यमंत्री एंव मंत्री ने 1 माह का समय मांग था लेकिन 1 माह पूर्ण होने के बाद भी फाईल मुख्यमंत्री कार्यालय में लम्बिंत है। इसी मामले को लेकर विधायक नीरज शर्मा ने सरकार से सदन में कहा कि आप प्रभुराम के बात तो करते हो लेकिन उनको मानते नही क्योकि रामायण में लिखा है रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई, यानि की अपने वचन की लाज रखने के लिए वो अपने प्राणों को भी बलिदान कर सकते हैं। परंतु वचन को तोड़ नहीं सकते।
विधायक नीरज शर्मा ने सदन में जोश के साथ कहा बोल सियावर रामचंद्र की जय, सीता मैया की जय, लक्ष्मण यति की जय, पवन सूत हनुमान की जय, के नारे लगाए और मांग की एक दिन की प्रभु श्रीराम की कथा विधानसभा में करवाई जांए जिसको वो खुद करेगें और उसको करने का कोई शुल्क सरकार से नही लेंगे।