Faridabad/Alive News: नूह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी के छोटे भाई महेश की सोमवार देर शाम दिल्ली एम्स में मौत हो गई। 13 दिसंबर की आधी रात के बाद कुछ युवकों ने महेश को आग लगा दी थी। इससे वह काफी जल गया था। तभी से अस्पताल में उपचाराधीन था।
घटना के अगले दिन सारन थाना पुलिस ने आरोपी अरमान सहित अन्य उसके साथियों के खिलाफ जानलेवा हमला करने की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर किया था, हालांकि अभी तक एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
13 दिसंबर की आधी रात को करीब एक बजे महेश मंडी में था। इस दौरान एक कार में चार-पांच युवक आए और उससे पूछा कि क्या तुम बिट्टू बजरंगी के भाई हो। हां कहने पर उन्होंने कोई ज्वलनशील पदार्थ उसके ऊपर छिड़क दिया और आग लगा दी। इससे महेश गंभीर रूप से झुलस गया था।
तब महेश ने बताया था कि वह एक हमलावर अरमान को पहचानता है जो पहले सब्जी मंडी में ही जूस की रेहड़ी लगाता था। यह बता दें कि नूंह उपद्रव में भड़काऊ भाषण देने का आरोप बिट्टू बजरंगी पर लगा था। बिट्टू बजरंगी 31 जुलाई को धार्मिक यात्रा के दौरान भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के बाद चर्चा में आया था।
पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया था। फिलहाल बिट्टू बजरंगी जमानत पर है। बिट्टू के भाई महेश के साथ हुई वारदात को नूंह की घटना से ही जोड़ कर देखा गया था, हालांकि पुलिस ने ऐसी किसी बात से इनकार किया था। अपने भाई के साथ हुई वारदात आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए बिट्टू बजरंगी ने कई बार बैठक व पंचायत भी की हैं।
पिछले दिनों पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य घटनास्थल का निरीक्षण कर चुके थे। मामले में एसआईटी का गठन भी किया गया, जिसके अध्यक्ष एसीपी क्राइम अमन यादव हैं। अब महेश की मौत से यह मामला फिर तूल पकड़ेगा। उधर एसीपी अमन यादव का कहना है कि उनके पास अभी महेश की मौत के बारे में कोई सूचना नहीं आई है। बाकी पुलिस मामले की जांच कर रही है।