पटना : बिहार बोर्ड के टॉपरों की मेधा को लेकर सवाल उठने के बाद शुक्रवार को 12वीं साइंस और आर्ट्स के पहले पांच स्थान तक पाने वाले टॉपर्स की दोबारा परीक्षा ली गई। इसमें विवाद का कारण बने दो में से एक छात्र सौरव श्रेष्ठ तो परीक्षा के लिए उपस्थित हुआ, लेकिन दूसरी छात्रा रूबी रॉय नहीं आई। सौरभ का साक्षात्कार ले रहे एक्सपर्ट्स तब सकते मे आ गए, जब उसने वहीं सुसाइड कर लेने की धमकी दे डाली।
किरकिरी हुई तो जागी सरकार
बोर्ड कार्यालय के सभागार में 15 सदस्यीय एक्सपर्ट कमेटी ने एक-एक घंटे की लिखित व मौखिक परीक्षा में टॉपर्स की मेधा की जांच की। इसमें ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे गए और सब्जेक्टिव सवालों के जवाब लिखवाए गए। बोर्ड इस परीक्षा का परिणाम आज शिक्षा विभाग को सौंप देगा। इसके बाद नतीजों को सार्वजनिक किए जाने की उम्मीद है।
दे डाली आत्महत्या की धमकी
इस परीक्षा में जब साइंस टॉपर सौरभ श्रेष्ठ से एक एक्सपर्ट ने कैलकुलस के इंटीग्रेशन बाई पार्ट्स का फार्मूला पूछा तो जवाब देने की जगह सौरभ ने कहा, “ऐसे सवाल न करिए, नहीं तो मैं यहीं आत्महत्या कर लूंगा।” उसने कहा कि वह पिछले तीन-चार दिनों में काफी मानसिक परेशानी झेल रहा है। अब वह जवाब देने की स्थिति में नहीं है।
घबरा गई एक्सपर्ट कमेटी
सौरभ की धमकी से एक्सपर्ट सन्न रह गए। वे डर गए कि अगर उसने सच में कहीं कुछ कर लिया तो बोर्ड की साख पर बट्टा लग जाएगा। सबने उसे शांत कराया और तत्काल पानी मंगाकर पिलाया। फिर, उससे हिचक के साथ कुछ सवाल पूछकर बाहर भेज दिया।
सभी से पूछे गए 25 से 30 सवाल
टॉपर्स की मेधा की जांच कर रही 15 सदस्यीय कमेटी में 12 सब्जेक्ट एक्सपर्ट और तीन कदाचार समिति के सदस्य थे। एक पैनल साइंस के टॉपरों की परीक्षा ले रहा था तो दूसरा आर्ट्स के टॉपरों का। एक पैनल कदाचार समिति का था, जो हस्ताक्षर मिलान कर रहा था। सभी का एक घंटे से ज्यादा समय तक इंटरव्यू लिया गया। उनसे 25 से 30 सवाल पूछे गए। इसके बाद प्रश्नों का उत्तर भी लिखने को कहा गया। यह प्रक्रिया अपराह्न 3:15 बजे से रात 10:30 बजे तक चली।
कदाचार समिति की हरी झंडी के बाद ही रिजल्ट
बोर्ड ने कहा है कि किसी भी स्थिति में जांच परीक्षा का रिजल्ट शनिवार को जारी नहीं किया जा सकता। एक्सपर्ट कमेटी पहले टॉपरों की कॉपियों की जांच कर बोर्ड की कदाचार नियंत्रण कमेटी को रिपोर्ट देगी। कमेटी उसका अध्ययन कर बोर्ड को रिपोर्ट सौंपेगी। बोर्ड कार्रवाई से संबंधित रिपोर्ट सरकार को भेजेगा। इसलिए रिजल्ट में एक सप्ताह से ज्यादा समय लगेगा।
अधिकांश ने दिए सही जवाब दिए, कुछ थे नर्वस
एक्सपर्ट कमेटी ने कहा कि कुछ परीक्षार्थी नर्वस थे। उनको नॉर्मल करने का प्रयास किया गया। अत्यधिक दबाव के चलते ऐसा हुआ। अधिकांश ने सही जवाब दिया। उनकी प्रतिभा पर एक्सपर्ट्स ने उन्हें शाबाशी भी दी। हालांकि, एक-दो परीक्षार्थी सही जवाब देने में विफल रहे, जिसकी जानकारी बोर्ड को दे दी गई है।
बोर्ड अध्यक्ष का दावा, सभी टॉपर सही
जांच के बाद बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि सभी टॉपर्स का प्रदर्शन संतोषजनक रहा। कुल 15 विशेषज्ञों की टीम ने एक-एक की मेधा जांची। फीडबैक से लग रहा है कि बोर्ड ने सही मेधा सूची का निर्माण किया है। सभी टॉपर्स सही हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि एक अच्छा लेखक अच्छा वक्ता नहीं हो सकता है। संभव है कि टीवी कैमरा देखकर बच्चे नर्वस हो गलत बोल गए हों। उन्होंने बताया कि जांच परीक्षा का परिणाम शनिवार को शिक्षा विभाग को भेज दिया जाएगा। इसके बाद फाइनल रिजल्ट जारी किया जाएगा।
आर्ट्स टॉपर रुबी राय नहीं हुईं शामिल
लालकेश्वर प्रसाद ने कहा कि आर्ट्स की टॉपर रुबी राय बीमारी का हवाला देते हुए इस परीक्षा में शामिल नहीं हुईं। रूबी पर फैसला कानूनी सलाहकार से मशविरा कर लिया जाएगा।