Faridabad/Alive News: स्टेट विजिलेंस की टीम ने एक बार फिर फरीदाबाद में बड़ी कार्यवाही की है। विजिलेंस की टीम ने आज लाइसेंस नवीनीकरण कराने के लिए 60 हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में माप-तौल विभाग के इंस्पेक्टर राजबीर सिंह को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। इंस्पेक्टर के कब्जे से रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली गई है।
दरअसल, शिकायतकर्ता की ऑटो में लगने वाला मीटर बनाने की फैक्टरी है। इस मीटर के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के माप तौल विभाग से लाइसेंस लेना होता है। उनका लाइसेंस समाप्त हो गया था। शिकायतकर्ता जब लाइसेंस का नवीनीकरण कराने के लिए इंस्पेक्टर राजबीर सिंह से संपर्क किया तो उसने 60 हजार रुपए की रिश्वत मांगी।
शिकायतकर्ता ने इसकी सूचना स्टेट विजिलेंस को दी। विजिलेंस ने आरोपी को टीम बनाकर उसे रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई। सोमवार काे शिकायतकर्ता आरोपी को रिश्वत की रकम देने के लिए तैयार हाे गया। वह पैसे लेकर आरोपी के आफिस एनआईटी पांच पहुंच गया।इस दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट जय प्रकाश के साथ विजिलेंस टीम भी आरोपी के आफिस पहुंच गयी।
शिकायतकर्ता ने जैसे ही पैसे दिए, विजिलेंस की टीम ने आरोपी इंस्पेक्टर राजबीर सिंह काे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी राजबीर सिंह पिछले साल भी लाइसेंस के लिए शिकायतकर्ता से 1.20 लाख रुपए रिश्वत ले चुका था।
जानकारी के मुताबिक वह शिकायकर्ता की फैक्टरी में बनने वाले हर मीटर से 100 रुपए रिश्वत की लेने का दबाव बना रहा था। रिश्वतखोर मूलरूप से पलवल के धतीर गांव का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।