November 16, 2024

दिल्ली में डीजल वाहनों के प्रवेश पर लगी पाबंदी, उद्योगों की बढ़ी परेशानी

Faridabad/Alive News: ग्रैप का चौथा चरण लागू होने के बाद राजधानी में डीजल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लग गया है। इससे उद्योगों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। वाहनों के प्रवेश पर रोक के बाद उद्योगों में तैयार माल की सप्लाई रुक जायेगा, इससे उद्यमी भी काफी परेशान हैं।

ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के अनुसार जिले में सीएनजी ट्रक नहीं हैं। वहीं बीएस-छह वाले ट्रकों की संख्या भी सीमित है। माल ढोने में लगे 90 प्रतिशत डीजल ट्रक इस आदेश के बाद नहीं चल सकेंगे। ऐसे में सीमित वाहन ही दिल्ली में जा सकेंगे। फरीदाबाद में वाहनों के पार्ट बनाए जाते हैं। यहां दोपहिया और कारों के पार्ट बनाने वाले उद्योगों की संख्या ज्यादा है। यहां से काफी माल दिल्ली जाता है।

वहीं दिल्ली से भी यहां माल आता है। लेकिन डीजल ट्रक पर प्रतिबंध लगने के बाद उद्योगों के सामने परिवहन की समस्या आ सकती है। मिली जानकारी के अनुसार बल्लभगढ़ उपमंडल में 21 हजार, बड़खल उपमंडल में 2500 और फरीदाबाद उपमंडल में 69 हजार डीजल वाहन हैं। प्रदूषण के कम न होने पर लगातार बढ़ रहे प्रतिबंधों से उद्यमी चिंतित हैं। इससे औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित होंगी। उद्यमियों के मुताबिक कुछ न कुछ समाधान निकलना चाहिए। उधर, परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक उन्हें भी अभी ग्रैप प्रतिबंधों की स्पष्ट जानकारी नहीं है। डीजल ट्रकों पर प्रतिबंध से उद्योगों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।