May 20, 2024

मेट्रो स्टेशन के नीचे नेशनल हाईवे पर ऑटो, ई-रिक्शा और रेहड़ी-पटरी का कब्जा, शहर झेल रहा है ट्रैफिक जाम की मार

Poonam Chauhan/Alive News
Faridabad:
नेशनल हाईवे पर ऑटो, ई-रिक्शा और रेहड़ी-पटरी वालों का कब्जा हर मेट्रो स्टेशन के नीचे जाम का कारण बन रहा है। ऐसे में यहां से आवागमन करने वाले वाहन चालकों और मेट्रो के दैनिक यात्रियों को भारी मशक्त करनी पड़ रही है। सराय ख्वाजा मेट्रो स्टेशन से राजा नाहर सिंह मेट्रो स्टेशन की दूरी 17. 3 किलोमीटर हैं, जिसे आप लगभग 45 मिनट में तय कर सकते हैं लेकिन ऑटो, ई-रिक्शा और रेहड़ी-पटरी का कब्जा होने से यह दूरी वाहन एक से डेढ़ घंटे में तय कर रहे है। क्योंकि सराय से बल्लभगढ़ तक 11 मेट्रो स्टेशन आते हैं इन स्टेशनों के नीचे ऑटो और ई-रिक्शा का भारी जमावड़ा रहता है।
सुबह और शाम सड़कों पर वाहनों का आवर लोड होने से यह समस्या और भयंकर हो जाती है। ट्रैफिक पुलिस औपचारिकता के लिए कभी-कभी अभियान चलाती है और थोड़े ही दिन बाद कहानी वहीं आकर रुक जाती है।

मेट्रो स्टेशन के नीचे ऑटो का कब्जा
सराय मेट्रो स्टेशन के नीचे ऑटो और ई-रिक्शा का कब्जा रहता है, जिससे लोगों को स्टेशन से बाहर निकलने में काफी दिक्कत होती है। वहीं ई-रिक्शा व ऑटो के बेतरतीब खड़े होने से जाम की समस्या पैदा हो रही है।

नीलम-अजरौंदा और राजा नाहर सिंह मेट्रो स्टेशन जाम के हॉट-स्पॉट
नेशनल हाईवे पर ऑटो, ई-रिक्शा और रेहड़ी-पटरी का सबसे ज्यादा कब्जा नीलम-अजरौंदा और राजा नाहर सिंह मेट्रो स्टेशन पर है, एक तरफ रेहड़ी-पटरी वाले और दूसरी तरफ से ऑटो, ई-रिक्शा चालकों का जमावड़ा आवागमन करने वाले लोग के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं।

हाईवे ट्रैफिक पुलिस सुस्त, जाम से जूझते लोग
ट्रैफिक को स्मूद रखने के लिए पुलिस की पूरी टीम तैनात की जाती है। लेकिन जाम पर काबू पाने के लिए यहां कोई नजर नहीं आता। जाम में फंसे लोगों की कई बार ऑटो चालकों से झड़प भी हो जाती है, लेकिन इसे रोकने के लिए यहां कोई नजर नहीं आता है।

क्या कहना है पुलिस का
ट्रैफिक पुलिस को पहले से ही निर्देश है कि इन लोगों पर कंट्रोल रखे और साथ ही ऑटो यूनियन को भी कहा गया है कि सवारियों को परेशान न करे और ना ही जाम की स्थिति हाइवे पर पैदा करें। वहीं ऑटो और ई-रिक्शा चालकों को ट्रैफिक पुलिस द्वारा समय-समय जागरूक किया जा रहा है कि शॉर्टकट के चक्कर में रोंग साइड ऑटो न चलाए और ट्रैफिक नियमों का पालन करें। लेकिन ऑटो, ई-रिक्शा चालक दो दिन तक याद रखते है और फिर अपनी मनमानी करने लगते है। ट्रैफिक नियमों की पालना नही करने वाले चालकों के समय-समय पर चालान किये जाते हैं।

-सूबे सिंह, पुलिस प्रवक्ता फरीदाबाद।